Geeta Jayanti 2023: गीता जयंती पर जरूर घर ले आएं ये 3 चीजें, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य
इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से साधक को जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में एकादशी तिथि पर विशेष उपाय करने का विधान है। इन उपायों को करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संताप दूर हो जाते हैं।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Wed, 20 Dec 2023 01:54 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Geeta Jayanti 2023: हर वर्ष मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मोक्षदा एकादशी मनाई जाती है। तदनुसार, इस वर्ष 22 दिसंबर को मोक्षदा एकादशी मनाई जाएगी। इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य प्रताप से साधक को जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। ज्योतिष शास्त्र में एकादशी तिथि पर विशेष उपाय करने का विधान है। इन उपायों को करने से जीवन में व्याप्त सभी प्रकार के दुख और संताप दूर हो जाते हैं। अगर आप भी अपने जीवन में व्याप्त दुख और संकट से निजात पाना चाहते हैं, तो मोक्षदा एकादशी या गीता जयंती पर ये 3 चीजे जरूर घर ले आएं। आइए जानते हैं-
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मोर पंख
भगवान श्री कृष्ण को मोर पंख अति प्रिय है। वास्तु जानकारों की मानें तो घर पर मोर पंख रखने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही घर में मौजूद नकारात्मक शक्ति दूर हो जाती है। अतः गीता जयंती पर मोर पंख जरूर घर लाएं। मोर पंख कमरे या घर के मुख्य द्वार पर लगाएं।
बांसुरी
भगवान श्री कृष्ण को बांसुरी अधिक प्रिय है। वास्तु शास्त्रों में निहित है कि घर पर बांसुरी रखने से वास्तु दोष से निजात मिलती है। इसके लिए गीता जयंती पर बांसुरी जरूर घर लाएं। इस दिन पूजा के समय बांसुरी जरूर बजाएं। इस उपाय को करने से घर में सकारात्मक शक्ति का संचार होता है।एकाक्षी नारियल
जगत के पालनहार भगवान श्रीहरि विष्णु और धन की देवी मां लक्ष्मी को श्रीफल अतिप्रिय है। अतः मोक्षदा एकादशी पर एकाक्षी नारियल अपने घर जरूर ले आएं और विधि-विधान से पूजा करें। इसके पश्चात, लाल रंग के वस्त्र में नारियल को बांध कर तिजोरी में रख दें।
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