Move to Jagran APP

Geeta ke Updesh: जीवन में अपनाएं गीता के ये अनमोल उपदेश, हमेशा रहेंगे खुश

Geeta Gyan महाभारत की रणभूमि में अर्जुन को भगवान श्री कृष्ण द्वारा दिया गया ज्ञान सर्वश्रेष्ठ ज्ञान माना गया है। श्रीमद्भागवत गीता श्रीकृष्ण द्वारा बताई गई बहुमूल्य बातों का एक संग्रह है। इसमें ऐसी कई बातों का जिक्र है जो व्यक्ति को जीवन में सफलता दिला सकती हैं। बस जरूरत है तो गीता के उपदेशों को अपने जीवन में उतारने की।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Sat, 08 Jul 2023 04:42 PM (IST)
Hero Image
Geeta ke Updesh पढ़िए गीता के अनमोल उपदेश।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Geeta Gyan: भगवत गीता में भगवान श्री कृष्ण द्वारा कही गई बातें आज भी उतना ही महत्व रखती हैं जितना महत्व महाभारत की रणभूमि में रखती थी। गीता में कुछ ऐसे लोगों के बारे में बताया गया है जो हमेशा खुश रहते हैं। गीता में बताई गई इन बातों का अनुसरण करेंगे तो आप भी इन लोगों में शुमार हो सकते हैं।

गीता के अनमोल उपदेश

भगवत गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि कि दुनिया में सबसे ज्यादा खुश वह लोग रहते हैं जो यह जान चुके हैं कि दूसरों से किसी भी प्रकार की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। क्योंकि उम्मीद ही दुखों का कारण बनती है।

सफलता का सूत्र

भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि व्यक्ति अगर खुद पर विश्वास रखें, तो वह जो चाहे कर सकता है। बस उसे अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। व्यक्ति को स्वयं पर विश्वास होना चाहिए। साथ ही उसका प्रयास सही दिशा में होना चाहिए, तो वह जरूर सफलता को प्राप्त करेगा।

खुद को प्रेरित करना जरूरी

गीता के अनुसार खुद को प्रेरित करना जरूरी है कहते हैं कि सबसे बड़ी प्रेरणा आपके विचार होते हैं इसलिए बड़ा सोचो और खुद पर जीत प्राप्त करने का प्रयास करें।

खुश रहने के लिए ये है जरूरी

खुश रहने के लिए क्रोध पर नियंत्रण रखना जरूरी है। क्रोध और अहंकार मनुष्य का विनाश कर देती हैं। गीता में श्री कृष्ण ने कहा है कि अगर व्यक्ति में गलत को गलत कहने की क्षमता नहीं है तो उसकी प्रतिभा व्यर्थ है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'