Gita Jayanti 2023: कब मनाई जाएगी गीता जयंती? जानें इस दिन का महत्व और पूजा नियम
Gita Jayanti 2023 गीता जयंती के दिन लोग भगवान कृष्ण की आराधना करते हैं। साथ ही इस शुभ दिन पर भक्त भगवत गीता का पाठ भी करते हैं। गीता में लगभग 700 श्लोक हैं जो मनुष्यों को जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार ज्ञान प्रदान करते हैं। जो साधक अपनी आध्यात्मिक उन्नति करना चाहते हैं उनके लिए गीता से अच्छा कोई पाठ हो ही नहीं सकता है।
By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Sun, 17 Dec 2023 11:20 AM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Gita Jayanti 2023: सनातन धर्म में गीता जयंती को बहुत महत्वपूर्ण और खास दिन माना गया है। इसी दिन हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ भगवद गीता का उपदेश दिया गया था। गीता जयंती वह दिन है, जब भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान समझाया था।
यह मार्गशीर्ष माह में शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इसके अलावा इस दिन मोक्षदा एकादशी भी मनाई जाती है। इस साल यह 22 दिसंबर को मनाया जाएगा।
गीता जयंती के बारे मेंगीता जयंती के दिन लोग भगवान कृष्ण की आराधना करते हैं। साथ ही इस शुभ दिन पर भक्त भगवत गीता का पाठ भी करते हैं। गीता में लगभग 700 श्लोक हैं, जो मनुष्यों को जीवन के कई महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में विस्तार ज्ञान प्रदान करते हैं।
जो साधक अपनी आध्यात्मिक उन्नति करना चाहते हैं, उनके लिए गीता से अच्छा कोई पाठ हो ही नहीं सकता है। इसके अलावा लोग इस दिन पूजा का आयोजन करते हैं। ऐसा कहा जाता है, जो जातक इस दिन गीता का पाठ करते हैं, उनके जीवन में सकारात्मकता का संचार होता है।गीता जयंती पूजा नियम
- यह दिन सभी भगवान कृष्ण मंदिरों में भक्तों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।
- इस दिन साधक विशेष पूजा का आयोजन करते हैं।
- भक्त कुरुक्षेत्र की पवित्र नदी सन्निहित सरोवर और ब्रह्म सरोवर में स्नान करते हैं।
- कुछ लोग घर में भगवत गीता पाठ का भी आयोजन करते हैं।
- भगवत गीता का पाठ करने से लोग पितृ दोष से छुटकारा पा सकते हैं।
- इस दिन उपवास रखने का भी विधान है।
- व्रतियों को इस दिन सात्विक भोजन ग्रहण करना चाहिए।
- इस दिन चावल खाने से बचना चाहिए।