Govardhan Puja 2024: गोवर्धन पूजा पर ऐसे करें गौ माता की सेवा, अन्न-धन से भर जाएगा घर
गोवर्धन पूजा का पर्व सनातन धर्म में बेहद खास माना जाता है। अगर आप भगवान कृष्ण की विशेष कृपा चाहते हैं तो आपको इस पावन दिन पर गौ माता (Govardhan 2024) की पूजा करनी चाहिए। साथ ही उनके 108 नामों का जाप करना चाहिए जो बेहद फलदायी माने गए हैं। ऐसी मान्यता है कि जो भक्त ऐसा करते हैं उनके घर में बरकत हमेशा बनी रहती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। गोवर्धन पूजा का त्योहार बेहद शुभ माना जाता है। यह दीवाली के बाद आता है। वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल दीवाली 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी। वहीं, गोवर्धन पूजा दिन शनिवार, 2 नवंबर यानी आज मनाई जा रही है। इस शुभ दिन (Govardhan Puja 2024) पर लोग अपने-अपने घरों में गोबर और साबुत अनाज से कृष्ण भगवान और गोवर्धन पर्वत के चित्र को बनाते हैं और उनकी पूजा- अर्चना करते हैं। इसके साथ ही इस मौके पर गौ माता की भी पूजा होती है।
माना जाता है कि इस दिन गौ माता को स्नान कराना, हरा चारा खिलाना और उनके 108 नामों का जाप करना परम कल्याणकारी होता है। इससे प्रभु श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही गौ माता के साथ माता लक्ष्मी खुश होकर अन्न-धन प्रदान करती हैं।
।।श्री गौ अष्टोत्तर नामावली।। (Gau Mata Ke 108 Naam)
- ॐ कपिला नमः
- ॐ गौतमी नमः
- ॐ सुरभी नमः
- ॐ गौमती नमः
- ॐ नंदनी नमः
- ॐ श्यामा नमः
- ॐ वैष्णवी नमः
- ॐ मंगला नमः
- ॐ सर्वदेव वासिनी नमः
- ॐ महादेवी नमः
- ॐ सिंधु अवतरणी नमः
- ॐ सरस्वती नमः
- ॐ त्रिवेणी नमः
- ॐ लक्ष्मी नमः
- ॐ गौरी नमः
- ॐ वैदेही नमः
- ॐ अन्नपूर्णा नमः
- ॐ कौशल्या नमः
- ॐ देवकी नमः
- ॐ गोपालिनी नमः
- ॐ कामधेनु नमः
- ॐ आदिति नमः
- ॐ माहेश्वरी नमः
- ॐ गोदावरी नमः
- ॐ जगदम्बा नमः
- ॐ वैजयंती नमः
- ॐ रेवती नमः
- ॐ सती नमः
- ॐ भारती नमः
- ॐ त्रिविद्या नमः
- ॐ गंगा नमः
- ॐ यमुना नमः
- ॐ कृष्णा नमः
- ॐ राधा नमः
- ॐ मोक्षदा नमः
- ॐ उतरा नमः
- ॐ अवधा नमः
- ॐ ब्रजेश्वरी नमः
- ॐ गोपेश्वरी नमः
- ॐ कल्याणी नमः
- ॐ करुणा नमः
- ॐ विजया नमः
- ॐ ज्ञानेश्वरी नमः
- ॐ कालिंदी नमः
- ॐ प्रकृति नमः
- ॐ अरुंधति नमः
- ॐ वृंदा नमः
- ॐ गिरिजा नमः
- ॐ मनहोरणी नमः
- ॐ संध्या नमः
- ॐ ललिता नमः
- ॐ रश्मि नमः
- ॐ ज्वाला नमः
- ॐ तुलसी नमः
- ॐ मल्लिका नमः
- ॐ कमला नमः
- ॐ योगेश्वरी नमः
- ॐ नारायणी नमः
- ॐ शिवा नमः
- ॐ गीता नमः
- ॐ नवनीता नमः
- ॐ अमृता अमरो नमः
- ॐ स्वाहा नमः
- ॐ धंनजया नमः
- ॐ ओमकारेश्वरी नमः
- ॐ सिद्धिश्वरी नमः
- ॐ निधि नमः
- ॐ ऋद्धिश्वरी नमः
- ॐ रोहिणी नमः
- ॐ दुर्गा नमः
- ॐ दूर्वा नमः
- ॐ शुभमा नमः
- ॐ रमा नमः
- ॐ मोहनेश्वरी नमः
- ॐ पवित्रा नमः
- ॐ शताक्षी नमः
- ॐ परिक्रमा नमः
- ॐ पितरेश्वरी नमः
- ॐ हरसिद्धि नमः
- ॐ मणि नमः
- ॐ अंजना नमः
- ॐ धरणी नमः
- ॐ विंध्या नमः
- ॐ नवधा नमः
- ॐ वारुणी नमः
- ॐ सुवर्णा नमः
- ॐ रजता नमः
- ॐ यशस्वनि नमः
- ॐ देवेश्वरी नमः
- ॐ ऋषभा नमः
- ॐ पावनी नमः
- ॐ सुप्रभा नमः
- ॐ वागेश्वरी नमः
- ॐ मनसा नमः
- ॐ शाण्डिली नमः
- ॐ वेणी नमः
- ॐ गरुडा नमः
- ॐ त्रिकुटा नमः
- ॐ औषधा नमः
- ॐ कालांगि नमः
- ॐ शीतला नमः
- ॐ गायत्री नमः
- ॐ कश्यपा नमः
- ॐ कृतिका नमः
- ॐ पूर्णा नमः
- ॐ तृप्ता नमः
- ॐ भक्ति नमः
- ॐ त्वरिता नमः
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