Govardhan Puja 2024: गोवर्धन पूजा के दिन क्या करें और क्या न करें? जानें क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त
सनातन शास्त्रों में गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja 2024) का अधिक महत्व है। यह पर्व दीवाली के अगले दिन मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही पूजा थाली में 56 तरह के भोग शामिल किए जाते हैं। इस पर्व को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। कार्तिक माह में हर साल शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। दीवाली के दिन बाद भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन पर्वत की पूजा-अर्चना (Govardhan Puja 2024) करने का विधान है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को जीवन में सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। माना जाता है कि इस दिन पर कुछ गलतियों को करने से साधक को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं गोवर्धन पूजा के दिन क्या करें और क्या न करें?
गोवर्धन पूजा के दिन क्या करें? (What to do on the day of Govardhan Puja)
- सूर्य देव को जल अर्पित करें।
- ब्रह्मचर्य नियम का पालन करें।
- सात्विक भोजन का सेवन करें।
- भगवान श्रीकृष्ण के नामों का जप करें।
- गोवर्धन पर्वत की विशेष पूजा-अर्चना करें।
- श्रद्धा अनुसार गरीबों में दान करें।
- भगवान श्रीकृष्ण को 56 भोग अर्पित करें।
- गायों की पूजा करना शुभ होता है।
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गोवर्धन पूजा के दिन क्या न करें? (What not to do on the day of Govardhan Puja)
- किसी से वाद-विवाद न करें।
- अभद्र भाषा का प्रयोग न प्रयोग न करें।
- तामसिक भोजन का सेवन न करें।
- बड़े-बुर्जग और महिलाओं का अपमान न करें।
- घर को गंदा न रखें।
- गौमाता को परेशान न करें।
गोवर्धन पूजा 2024 डेट और टाइम
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि (Govardhan Puja Date 2024) की शुरुआत 01 नवंबर को शाम 06 बजकर 16 मिनट से हो गई है । वहीं, इसका समापन 02 नवंबर को रात 08 बजकर 21 मिनट पर होगा। ऐसे में गोवर्धन पूजा का त्योहार आज यानी 02 नवंबर (Kab Hai Govardhan Puja 2024) को मनाया जा रहा है। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है-प्रातःकाल मुहूर्त - सुबह 06 बजकर 34 मिनट से 08 बजकर 46 मिनट तक।विजय मुहूर्त- दोपहर 02 बजकर 09 मिनट से लेकर 02 बजकर 56 मिनट तक।संध्याकाल मुहूर्त - दोपहर 03 बजकर 23 मिनट से 05 बजकर 35 मिनट तक।गोधूलि मुहूर्त- शाम 06 बजकर 05 मिनट से लेकर 06 बजकर 30 मिनिट तक।त्रिपुष्कर योग- रात्रि 08 बजकर 21 मिनट तक 3 नवंबर को सुबह 05 बजकर 58 मिनट तक।