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Grah Mahadasha ke Upay: शनि समेत इन ग्रहों की महादशा से मुक्ति प्राप्त करने के लिए जरूर करें ये आसान उपाय

Grah Mahadasha ke Upay ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ग्रहों की महादशा के कारण कई प्रकार के महत्वपूर्ण कार्यों में रुकावटें उत्पन्न होती हैं। जिनके कारण व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन ग्रहों की महादशा को दूर करने के कुछ उपाय जान लीजिए।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Fri, 30 Dec 2022 02:31 PM (IST)
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Grah Mahadasha ke Upay: नए साल में ग्रहों की महादशा से मुक्ति के लिए करें ये उपाय।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Grah Mahadasha ke Upay: नया साल शुरू होने में अब कुछ घंटों का वक्त बचा हुआ है। ऐसे में सभी लोग यह कामना कर रहे हैं कि उनके लिए आने वाला साल सुखद और सकारात्मक रहे। इस वर्ष में कोई घर बनाने की योजना बना रहा है या नया घर खरीदने की तैयारी कर रहा है। लेकिन आप सभी को बता दें कि इन सभी महत्वपूर्ण कार्यों में ग्रहों के चाल पर बहुत ही बारीकी से ध्यान रखा जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि कुंडली में ग्रहों की महादशा (Grahon ki Mahadasha) के कारण व्यक्ति को विभिन्न कार्यों में रुकावटों का सामना करना पड़ता है। जिसके कारण व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ऐसे में नए साल में ग्रहों की महादशा को शांत करने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं, जिन्हें करने से व्यक्ति को बहुत लाभ मिलता है।

सूर्य देव महादशा उपाय (Surya Mahadasha Upay)

जिस व्यक्ति के कुंडली में सूर्य की महादशा है या सूर्य देव अशुभ स्थान पर उपस्थित हैं, उन्हें दान-धर्म अवश्य करना चाहिए। इसके लिए वह 'ॐ घृणि: सूर्याय नम:' मंत्र का जाप कम से कम108 बार जरूर करें। इसके साथ वह अनामिका उंगली यानी रिंग फिंगर में तांबे धातु के साथ माणिक्य धारण करें और सूर्य आदित्य स्तोत्र का पाठ अवश्य करें। ऐसा करने से व्यक्ति को परेशानियां कम होती दिखाई देंगी।

चंद्र देव महादशा के उपाय (Chandra Mahadasha Upay)

सूर्य देव के उपरांत चंद्र देव को महत्वपूर्ण ग्रहों में गिना जाता है। इसलिए जो जातक चंद्र की महादशा से समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्हें भगवान शिव और माता पार्वती की उपासना से जरूर लाभ मिलेगा। इसलिए उनकी उपासना के लिए हर दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करें। साथ ही गले में चांदी के चंद्रमा को धारण करें। इसके साथ जातक 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चंद्रमसे नम:।।' मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें।

शनि देव महादशा उपाय (Shani Mahadasha Upay)

सभी ग्रहों में शनि की महादशा को बहुत ही खतरनाक माना जाता है। कुंडली में इस महादशा के उत्पन्न होने से व्यक्ति को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए शनि देव को प्रसन्न करने के लिए प्रत्येक मंगलवार के दिन हनुमान जी की विधिवत उपासना करें और शनिवार के दिन कम से कम 108 बार 'ॐ शं शनैश्चरायै नम:' का पाठ करें। शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए जरूरतमंदों की सेवा करें और पीपल के पेड़ के निकट दीपक जरूर जलाएं। ऐसा करने से जातक को अवश्य लाभ मिलता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।