Gudi Padwa 2024 Wishes: इन संदेश के जरिए अपने प्रियजनों को कहें हैप्पी गुड़ी पड़वा, भेजें प्यार भरे ये संदेश
हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष आरंभ होता है। इस बार हिंदू नववर्ष आज यानी 09 अप्रैल से शुरू हो चुका है। अगर आप इस खास अवसर मौके पर अपने प्रियजनों और परिवार के सदस्यों आदि को गुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहते हैं तो इन संदेश को भेजकर गुड़ी पड़वा के पर्व को अधिक खास बना सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Gudi Padwa 2024 Wishes Quotes Messages in Hindi: हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से हिंदू नववर्ष की शुरुआत हो जाती है। महाराष्ट्र में इस दिन गुड़ी पड़वा त्योहार को बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस खास अवसर पर मराठी समुदाय के लोग नए वस्त्र धारण करते हैं और अपने घरों के बाहर समृद्धि के प्रतीक गुड़ी को लगाते हैं और पूजा कर पर्व मनाते हैं। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से परिवार में सौभाग्य आता है। ऐसे में यदि आप इस विशेष मौके पर अपने मित्रों और परिवार के सदस्यों आदि को गुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहते हैं, तो इन संदेश को भेजकर गुड़ी पड़वा के त्योहार को अधिक खास बना सकते हैं।
गुड़ी पड़वा 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं (Happy Gudi Padwa 2024 Wishes)
1.कोयल गाती है सुरीला मल्हाररंग बिरंगा सजता प्रकृति का आकारहो रही है चैत्र नवरात्रि की शुरुआत गुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं2. नया दिन, नई सुबह,चलो मनाएं एक साथ,है यही गुड़ी का पर्व,
दुआ करें हम रहें सदा साथगुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं3. आपको खुशियों, आनंद और समृद्धि से भरे नए साल की शुभकामनाएंगुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं4. सौभाग्य, धन और समृद्धि, की सौगात लाई है,गुड़ी पड़वा पर खुशियों की बहार आयी है,
गुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं5. ऐसे मौसम में ही तो नया आगाज होता है,हम यूं ही गुड़ी पड़वा का पर्व नहीं मनाते,हिंदू धर्म में यह त्योहार प्रकृति के बदलाव से आतेगुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएं6. गुड़ी पड़वा की हैं अनेक कथाएं
गुड़ी ही विजय पताका कहलाएपेड़-पौधों से सजता है चैत्र माहइसलिए हिंदू धर्म में ये नववर्ष कहलाएगुड़ी पड़का की हार्दिक बधाईगुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनाएंयह भी पढ़ें: Gudi Padwa 2024: ध्वज के बिना अधूरा है गुड़ी पड़वा का त्योहार, यहां पढ़ें पूजा विधि