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Guruwar ke Upay: फरवरी के पहले दिन कर लें ये काम, कभी खाली नहीं होगी आपकी जेब

आज से फरवरी माह की शुरुआत हो रही है। ऐसे में यदि आप पूरा महीना सुख-समृद्धि के साथ बिताना चाहते हैं तो फरवरी के पहले दिन यानी 01 फरवरी गुरुवार के दिन ये कार्य कर सकते हैं। फरवरी की शुरुआत गुरुवार के दिन से हो रही है। ऐसे में आप विष्णु जी की कृपा प्राप्ति के लिए ये कार्य कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 01 Feb 2024 07:00 AM (IST)
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Guruwar ke Upay धन लाभ के लिए फरवरी के पहले दिन कर लें ये काम।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Thursday Remedies: जिस प्रकार प्रत्येक दिन किसी-न-किसी देवी-देवता की आराधना के लिए समर्पित माना जाता है, ठीक उसी प्रकार गुरुवार का दिन जगत के पालनहार प्रभु श्री हरि (lord Vishnu Puja) को समर्पित होता है। इसलिए इस गुरुवार के दिन विष्णु की जी विशेष रूप से पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही यह दिन देव गुरु बृहस्पति को भी प्रसन्न करने के लिए अच्छा माना गया है।

होगा धन लाभ

गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और माता तुलसी का पूजन करें। इसके बाद, तुलसी की जड़ को गंगाजल में धोकर पीले रंग के कपड़े में बांध दें। अब इस जड़ को धन के स्थान या अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से धन लाभ हो सकते हैं। इसके साथ ही तुलसी की जड़ को घर के मुख्य द्वार पर बांधने से भी विशेष लाभ देखने को मिल सकते हैं।

इस तरह करें पूजा

गुरुवार के दिन स्नानादि से निवृत होने के बाद भगवान विष्णु का ध्यान करें। इसके बाद भगवान विष्णु की पूजा के दौरान उन्हें तुलसी की मंजरी अर्पित करें। पूजा समाप्त होने के बाद इस मंजरी को पीले रंग वस्त्र में बांधकर अपनी तिजोरी में रख दें। ऐसा करने से साधक को धन लाभ देखने को मिल सकता है।

जरूर करें ये काम

गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करना भी बहुत ही शुभ माना जता है। साथ ही इस दिन भगवान विष्णु को केले का भोग भी लगाया जाता है। गुरुवार की पूजा के दौरान विष्णु जी पीले फूल, चने की दाल और गुड़ का भोग जरूर लगाएं। ऐसा करने से साधक के जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

ऐसे करें बृहस्पति देव को प्रसन्न

माना जाता है कि गुरुवार के दिन बृहस्पति चालीसा का पाठ करने से कुंडली में गुरु की स्थिति मजबूत होती, जिससे साधक के वैवाहिक संबंध मजबूत होते हैं। इसके साथ ही गुरुवार के दिन बृहस्पति चालीसा का पाठ करने से जल्द विवाह के योग भी बनने लगते हैं।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'