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Haldi Tilak: माथे और गले पर रोजाना जरूर लगाएं हल्दी का तिलक, कार्यों में मिलेगी सफलता

जगत के पालनहार भगवान विष्णु जी और गणेश जी को हल्दी प्रिय है। सनातन धर्म में हल्दी का तिलक (Haldi Tilak Ke Fayde)लगाने का रिवाज प्राचीन समय से चला रहा है। अक्सर लोग इसका तिलक माथे और गले पर लगाते हैं। मान्यता है कि इसका तिलक लगाने से जातक को सभी पापों से छुटकारा मिलता है और बिगड़े काम पूरे होते हैं।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Wed, 05 Jun 2024 08:00 AM (IST)
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Haldi Tilak: माथे और गले पर रोजाना जरूर लगाएं हल्दी का तिलक, कार्यों में मिलेगी सफलता
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Haldi Tilak Ke Fayde: सनातन धर्म में हल्दी को बेहद पवित्र माना गया है। इसका प्रयोग खाना बनाने और शुभ कार्यों में किया जाता है। भगवान विष्णु जी और गणेश जी को हल्दी प्रिय है। सनातन धर्म में हल्दी का तिलक लगाने का रिवाज प्राचीन समय से चला रहा है। अक्सर लोग इसका तिलक माथे और गले पर लगाते हैं। मान्यता है कि इसका तिलक लगाने से जातक को सभी पापों से छुटकारा मिलता है और बिगड़े काम पूरे होते हैं। आइए जानते हैं हल्दी का तिलक माथे और गले पर लगाने से किस तरह के फायदे मिलते हैं।

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मिलते हैं ये फायदे

  • ऐसा माना जाता है कि हल्दी का तिलक माथे पर लगाने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और जातक को धन का लाभ होता है।
  • पूजा और मांगलिक कार्य के दौरान हल्दी का तिलक माथे पर लगाने से जातक को सभी कार्यों में सफलता प्राप्त होती है।
  • ज्योतिष शास्त्र की मानें तो हल्दी का तिलक गले पर लगाने से नकारात्मक प्रभाव दूर होता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
  • इसके अलावा गले और माथे पर हल्दी का तिलक लगाने इंसान के सभी रोग दूर होते हैं और भगवन विष्णु की कृपा प्राप्त होती है।
  • मान्यता के अनुसार, माथे पर और गले पर हल्दी के तिलक लगाने से चेहरा कांतिवान होता है।
  • अगर आप किसी संकट का सामना कर रहे हैं, तो माथे पर हल्दी का तिलक लगाएं। इससे संकटों से छुटकारा मिलेगा।
  • ऐसा माना जाता है कि हल्दी का तिलक माथे पर लगाने से इंसान का दिमाग शांत होता है और तनाव से मुक्ति मिलती है।
तिलक लगाते समय इस मंत्र का करें जप

  • केशवानन्न्त गोविन्द बाराह पुरुषोत्तम । पुण्यं यशस्यमायुष्यं तिलकं मे प्रसीदतु ।।
  • कान्ति लक्ष्मीं धृतिं सौख्यं सौभाग्यमतुलं बलम् । ददातु चन्दनं नित्यं सततं धारयाम्यहम् ।।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।