Hanuman Chalisa: डर, चिंता और तनाव से मुक्ति दिला सकती है हनुमान चालीसा, बस करें ये काम
Hanuman Chalisa Path सनातन धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी की आराधना के लिए समर्पित माना गया है। माना जाता है कि रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले साधकों को किसी भी प्रकार का भय या चिंता नहीं सताती। ऐसे में यदि आप हनुमान चालीसा को अपने तकिए के नीचे रखकर सोते हैं तो इससे भी आपको कई प्रकार के लाभ मिल सकते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 11 Dec 2023 01:55 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hanuman Chalisa: हनुमान जी हिंदू धर्म के सबसे पूजनीय देवों में से एक हैं। साथ ही वह अपनी राम भक्ति के लिए लोकप्रिय हैं। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों को हर संकट से बचाते हैं। ऐसे में रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ भी बहुत लाभकारी सिद्ध होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर के नीचे हनुमान चालीसा रखकर सोने के भी कई फायदे हैं।
रोजाना करें ये काम
यदि कोई व्यक्ति तनाव से ग्रस्त है या किसी के जीवन में दुख-दर्द बना हुआ है तो ऐसे में उस व्यक्ति को रोजाना रात में सोने से पहले हनुमान चालीसा का पाठ करके सोना चाहिए। इसके साथ ही आप अपने तकिए के नीचे भी हनुमान चालीसा को रखकर सो सकते हैं। ऐसे करने से साधक को कष्टों से मुक्ति मिल सकती है।
दूर होगा मन का भय
यदि किसी जातक के मन में किसी प्रकार का भय बना हुआ है या फिर मन विचलित है तो ऐसी स्थिति में भी हनुमान चालीसा का तकिए के नीचे रखने से लाभ मिलता है। ऐसा करने से मन का भय दूर होगा।मिलेगी मानसिक शांति
कई लोगों को रात में नींद न आने की समस्या होती है। ऐसे में रोज हनुमान चालीसा का पाठ करें और इसे अपने तकिए के नीचे रख लें। ऐसा करने से सकारात्मक माहौल बना रहता है और आप मानसिक शांति का अनुभव करते हैं। वहीं, अगर आपको बुरे सपने आते हैं तो इससे लिए भी आप तकिए के नीचे हनुमान चालीसा रख सकते हैं।
इन बातों का रखें ध्यान
हनुमान चालीसा को अपने तकिए के नीचे रखते समय कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है वरना आपको इसका पूर्ण लाभ नहीं मिलता। अपने बिस्तर की स्वच्छता का पूर्ण रूप से ध्यान रखें। साथ ही अपने हाथ-पैर धोकर और साफ वस्त्र धारण करने के बाद ही अपने तकिए के नीचे हनुमान चालीसा रखें।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'