Hanuman Chalisa मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा करने से भक्तों के सभी दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं और उनके जीवन में सदैव खुशियों का अम्बार लगा रहता है। इस दिन हनुमान चालीसा के पाठ का भी विशेष महत्व है। आइए जानते हैं इससे जुड़े कुछ नियम।
By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Tue, 22 Nov 2022 04:31 PM (IST)
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Hanuman Chalisa Niyam: मंगलवार का दिन मारुति नंदन हनुमान जी को समर्पित है। इस दिन बजरंगबली की विशेष पूजा का विधान है। साथ ही इस दिन मंत्रोच्चारण के साथ उन्हें प्रसन्न किया जाता है। इस विशेष दिन पर हनुमान जी को समर्पित विभिन्न स्तोत्र और चालीसा का भी पाठ किया जाता है। शास्त्रों में बताया गया है कि बजरंगबली को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा सबसे उपयोगी है। मंगलवार के दिन सुबह अथवा शाम के समय हनुमान चालीसा का पाठ करने से भक्तों को कई प्रकार के कष्टों से मुक्ति मिलती है और उनके दुख दूर हो जाते हैं। इसके साथ गोस्वामी तुलसीदास जी द्वारा रचित हनुमान चालीसा आम जनमानस के लिए बहुत आसान है। आइए जानते हैं हनुमान चालीसा पाठ के नियम और महत्व।
हनुमान चालीसा के नियम (Hanuman Chalisa ke Niyam)
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शास्त्रों में बताया गया है कि मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ निश्चित रूप से करना चाहिए। पाठ से पहले शुद्धता का ध्यान अवश्य रखना चाहिए। इसलिए पाठ से पहले स्नान ध्यान कर लें और अपने ऊपर गंगाजल का छड़काव कर लें।
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पूजा के समय आसन का इस्तेमाल जरूर करें। नीचे जमीन पर बिना आसन या कुशा के न बैठें। इसे अशुभ माना जाता है।
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हनुमान चालीसा का पाठ आरम्भ करने से पहले सर्वपर्थम भगवान गणेश की वन्दना करें और इसके बाद भगवान श्री राम और माता सीता को प्रणाम करें।
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हनुमान चालीसा के पाठ से ठीक पहले धूप-दीप जलाएं और हनुमान जी को पुष्प अर्पित करें। साथ ही पाठ के दौरान इस बात विशेष ध्यान रखें कि मन में किसी भी प्रकार की चिंता या किसी के प्रति द्वेष न उत्पन्न हो। मनोकामनाओं को ध्यान में रखते हुए ही चालीसा का पाठ करें।
हनुमान चालीसा पाठ का लाभ (Hanuman Chalisa Importance)
मान्यताओं के अनुसार हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन से आर्थिक समस्याएं दूर हो जाती हैं और व्यक्ति में पराक्रम की भावना जागृत होती है। इसके साथ मोक्ष की प्राप्ति के लिए हनुमान चालीसा के पाठ को सबसे कारगर माना जाता है। इसके साथ व्यक्ति को ज्ञान और बुद्धि की प्राप्ति होती है।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।