Hanuman Chalisa Niyam: हनुमान चालीसा पढ़ते समय न करें ये गलतियां, वरना पाठ नहीं होगा फलित
हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है क्योंकि ऐसा माना जाता है कि उसकी साधना करने से भक्तों के सभी संकट दूर हो जाते हैं। हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना सबसे उत्तम माना क्या है। लेकिन इन दौरान कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है ताकि आपको इसका पूर्ण फल प्राप्त हो सके।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hanuman Chalisa Padhne Ke Niyam: हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन विशेष रूप से हनुमान जी की आराधना के लिए समर्पित माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि रोजाना हनुमान चालीसा का पाठ करने से व्यक्ति को बजरंगबली जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है, जिससे व्यक्ति के जीवन में आ रहे सभी कष्ट दूर होते हैं। ऐसे में यदि आप हनुमान चालीसा पाठ का पूर्ण फल प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें।
न करें ये गलतियां
आप जब भी हनुमान चालीसा का पाठ करने बैठें, तो किसी भी प्रकार का नकारात्मक विचार अपने मन में न लाएं। क्योंकि ऐसा करने से आपको हनुमान चालीसा का पाठ करने का पूर्ण लाभ प्राप्त नहीं होता। हनुमान चालीसा का पाठ करते समय अपना पूरा ध्यान इस पर ही केंद्रित रखें। किसी भी तरह की बातचीत न करें, तभी आपको हनुमान जी की कृपा प्राप्त हो सकती है।
नाराज हो सकते हैं बजरंगबली
अगर आप हनुमान जी की आराधना करते हैं और उसके उनके सच्चे भक्त हैं, तो इस बात का ध्यान रखें की कभी किसी निर्बल व्यक्ति को परेशान न करें। न ही किसी से अपशब्द बोलें। ऐसा करने से भी आपको हनुमान चालीसा पाठ का लाभ नहीं मिलता।कितनी बार करना चाहिए पाठ
हनुमान जी की आराधना के लिए मंगलवार का दिन सबसे उत्तम माना गया है। ऐसे में यदि आप मंगलवार के दिन तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं, तो इससे हनुमान जी अति प्रसन्न होते हैं और साधक पर अपनी दया दृष्टि बनाए रखते हैं।यह भी पढ़ें - Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती पर बजरंगबली को लगाएं इन प्रिय चीजों का भोग, सभी संकट होंगे समाप्त
जरूर करेंगे काम
जब भी आप हनुमान चालीसा का पाठ करने बैठें, तो इससे पहले पास एक पात्र में जल भरकर रख लें। हनुमान चालीसा का पाठ पूरा होने के बाद इस जल को ग्रहण करें। इससे आपको जीवन में शुभ परिणाम देखने को मिल सकते हैं।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'