Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती पर बन रहे हैं कई शुभ संयोग, भगवान हनुमान की कृपा से कोई नहीं रहेगा खाली हाथ

हनुमान जयंती का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। इस साल हनुमान जयंती 23 अप्रैल को मनाई जाएगी। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन जो साधक वीर हनुमान जी की पूजा करते हैं उन्हें उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है। साथ ही उनका जीवन सफलता की ओर आगे बढ़ता है जब यह दिन इतना करीब है तो इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जान लेते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sat, 30 Mar 2024 03:23 PM (IST)
Hero Image
Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जन्मोत्सव तिथि और शुभ योग

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती भगवान हनुमान के जन्म का प्रतीक है। यह पर्व हनुमान भक्तों द्वारा दुनिया भर में बड़ी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। भगवान हनुमान का जन्म चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। हर साल हनुमान जयंती चैत्र माह के दौरान मनाई जाती है। इस साल यह 23 अप्रैल, 2024 दिन मंगलवार को मनाई जाएगी।

हालांकि, इस साल इस दिन कई अद्भुत शुभ योग का निर्माण हो रहा है, जिस समय पूजा करने पर आपके जीवन की सभी बाधाएं समाप्त हो जाएंगी।

इस बार खास है हनुमान जयंती

हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि भगवान हनुमान का जन्म मंगलवार को हुआ था और इस साल संयोग से हनुमान जयंती भी इसी दिन पड़ रही है। ऐसे में इस बार यह दिन अपने आप में ही विशेष है। अगर आप वीर बजरंगबली को प्रसन्न करना चाहते हैं, तो आपको यहां दिए गए शुभ योग के बारे में अवश्य जानना चाहिए।

हनुमान जन्मोत्सव तिथि

हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल चैत्र शुक्ल पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 23 अप्रैल, 2024 दिन मंगलवार को सुबह 03 बजकर 25 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 24 अप्रैल, 2024 दिन बुधवार सुबह 05 बजकर 18 मिनट पर होगा। उदया​तिथि को ध्यान में रखते हुए इस बार हनुमान जयंती 23 अप्रैल को मनाई जाएगी।

हनुमान जन्मोत्सव शुभ संयोग

इस साल हनुमान जयंती पर कई शुभ संयोग बन रहे हैं। सुबह 11 बजकर 53 मिनट से दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त है। भक्त सुबह 9 बजकर 03 मिनट से 10 बजकर 41 मिनट के बीच भगवान हनुमान की पूजा कर सकते हैं।

इसके साथ ही इस दिन लाभ-उन्नति मुहूर्त सुबह 10 बजकर 41 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक है। इसके अलावा अमृत-सर्वत्तम मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 20 मिनट से 01 बजकर 58 मिनट तक है।

यह भी पढ़ें: Ganesh Ji Puja: सिंदूर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको......इसलिए गणपति जी को अर्पित करते हैं सिंदूर

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी'।