Hanuman Jayanti 2024: हनुमान जयंती पर बजरंगबली को जरूर अर्पित करें ये चीजें, पूरे होंगे रुके हुए काम
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राम भक्त हनुमान जी की कृपा से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं। इसके साथ ही हनुमान जी की आराधना करने से जीवन में सुख-समृद्धि भी बनी रहती है। ऐसे में आप हनुमान जयंती के विशेष अवसर पर आप हनुमान जी को उनकी प्रिय वस्तुएं अर्पित करके उनकी कृपा के पात्र बन सकते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hanuman Jayanti 2024: हिंदू धर्म में हनुमान जी की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। हनुमान जयंती का पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। इस बार हनुमान जयंती मंगलवार के दिन पड़ रही है, इसलिए यह और भी खास होने वाली है। ऐसे में यदि आप हनुमान जयंती के दिन बजरंगबली की पूजा के दौरान उन्हें ये चीजें अर्पित करते हैं, तो इससे आपके ऊपर पवनपुत्र हनुमान जी की विशेष कृपा बनी रहती है।
हनुमान जंयती शुभ मुहूर्त (Hanuman Jayanti Shubh Muhurat)
चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि 23 अप्रैल, 2024 को प्रातः 03 बजकर 25 मिनट पर शुरू हो रही है। वहीं इस तिथि का समापन 24 अप्रैल 2024 को सुबह 05 बजकर 18 मिनट पर होगा। ऐसे में हनुमान जयन्ती का पर्व 23 अप्रैल, मंगलवार के दिन मनाया जाएगा।
बनेंगे सभी काम
माना जाता है कि यदि आप हनुमान जयंती के दिन हनुमान जी को घी, सिंदूर और चोला चढ़ाते हैं तो इससे आपके सभी रुके हुए काम पूरे हो सकते हैं। इसके साथ ही जरूरी कामों को पूरा करने के लिए आप हनुमान जी को पीपल के पत्तों पर राम नाम लिखकर भी अर्पित कर सकते हैं।लगाएं ये भोग
हनुमान जी की पूजा के दौरान उन्हें लड्डू, पंचमेवा, इमरती या जलेबी और बूंदी भोग के रूप में अर्पित कर सकते हैं। ये सभी चीजें हनुमान जी को अति प्रिय मानी गई हैं। इसके साथ ही आप. गुड़-चने और पान का बीड़ा भी हनुमान जी को अर्पित कर सकते हैं।
चढ़ाएं ये फूल
लाल रंग हनुमान जी को प्रिय माना गया है। इसलिए आप पूजा के दौरान लाल रंग के पुष्प हनुमान जी को अर्पित कर सकते हैं। इसके लिए आप गेंदे के फूल या उनसे बनी माला हनुमान जी को अर्पित कर सकते हैं। इसके साथ ही आप हनुमान जयंती के दिन गुलाब के फूल या फिर लाल रंग के गड़हल के फूल अर्पित करके भी बजरंगबली की कृपा की प्राप्ति कर सकते हैं।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'