Hanuman Ji: जब जीवन में मिले ये संकेत, तो समझ लीजिए आप पर बनी हुई है हनुमान जी की कृपा
Hanuman Ji वैसे तो किसी भी दिन भगवान हनुमान की पूजा करने से व्यक्ति उनकी कृपा का पात्र बन सकता है। लेकिन हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन हनुमान जी को समर्पित है। हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है क्योंकि वह अपने भक्तों के सभी कष्ट हरते हैं। जिस भी व्यक्ति पर हनुमान जी की कृपा दृष्ट पड़ती है उसके सभी काम बिना बाधा के पूरे होते हैं।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Mon, 31 Jul 2023 12:48 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Hanuman Ji: हनुमान जी को भगवान राम के परम भक्त के रूप में जाना जाता है। तुलसीदास ने हनुमान चालीसा में भगवान हनुमान के कई गुणों का विस्तृत वर्णन किया है। उनके चरित्र के चलते ही गोस्वामी तुलसीदास ने हनुमान जी को 'सकल गुण निधानं' कहा है। कुछ ऐसे संकेत बताए गए हैं जिनके मिलने पर आप यह जान सकते हैं कि आपके ऊपर हनुमान जी की कृपा बनी हुई है। आइए जानते हैं वह कौन-से संकेत हैं।
निर्भय होता है जीवन
अगर आपके जीवन में किसी प्रकार का डर नहीं है और आप पूरी सच्चाई के साथ अपना जीवन जी रहे हैं तो इसका अर्थ है कि आपके ऊपर संकटमोचन हनुमान जी की विशेष कृपा बनी हुई है। क्योंकि जिस भक्त पर हनुमान जी प्रसन्न रहते हैं उसका जीवन भयमुक्त बीतता है।
काम में नहीं आती कोई बाधा
जब व्यक्ति के किसी काम में बाधा न आए। साथ ही उसे हर कार्य में सफलता की प्राप्ति हो रही है तो, यह भी इस बात की ओर संकेत करता है कि हनुमान जी की कृपा आपके ऊपर बनी हुई है।जब हाथ में दिखे मंगल रेखा
अगर आपके हाथों में मंगल रेखा साफ दिखाई देने लगे तो इसका अर्थ है कि बजरंगबली आपसे प्रसन्न हैं। ऐसा होने पर कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होंगी। घर के किसी भी सदस्य को किसी प्रकार का रोग या पीड़ा नहीं होगी।
शनि दशा का नहीं होता प्रभाव
अगर व्यक्ति पर किसी प्रकार से शनि की साढ़े साती, ढैया या अन्य किसी भी प्रकार की शनि पीड़ा का असर नहीं होता तो समझा जाता है कि उस व्यक्ति पर हनुमान जी की विशेष कृपा बनी हुई है।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'