Akshaya Navami 2023: अक्षय नवमी पर हर्षण योग का हो रहा है निर्माण, प्राप्त होगा भगवान विष्णु का आशीर्वाद
शास्त्रों में निहित है कि अक्षय नवमी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। ज्योतिषियों की मानें तो अक्षय नवमी पर हर्षल योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में लक्ष्मी नारायण की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है।
By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarUpdated: Mon, 20 Nov 2023 01:25 PM (IST)
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Akshaya Navami 2023: हर वर्ष कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर अक्षय नवमी मनाई जाती है। तदनुसार, इस वर्ष 21 नवंबर को अक्षय नवमी है। इसे आंवला नवमी भी कहा जाता है। शास्त्रों में निहित है कि अक्षय नवमी के दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। ज्योतिषियों की मानें तो अक्षय नवमी पर हर्षल योग का निर्माण हो रहा है। इस योग में लक्ष्मी नारायण की पूजा करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है। आइए, अक्षय नवमी का शुभ मुहूर्त, योग एवं पंचांग जानते हैं-
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि 21 नवंबर को देर रात 03 बजकर 16 मिनट पर शुरू होगी और अगल दिन यानी 22 नवंबर को देर रात 01 बजकर 09 मिनट पर समाप्त होगी।यह भी पढ़ें : कुंडली में चंद्रमा मजबूत करने के लिए आज करें ये उपाय, मानसिक तनाव से भी मिलेगी निजात
योग
अक्षय नवमी पर हर्षल योग का निर्माण हो रहा है। इस योग का निर्माण शाम 05 बजकर 41 मिनट से हो रहा है। अक्षय नवमी पर संध्याकाल में ही पूजा की जाती है। अतः हर्षल योग में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा की जाएगी। ज्योतिषियों की मानें तो हर्षल योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होती है।