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Hariyali Teej 2023: हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं जरूर करें ये काम, बनी रहेगी मां पार्वती की कृपा

Hariyali Teej 2023 हिंदू धर्म में हरियाली तीज एक विशेष महत्व रखती है। हिंदू पंचांग के अनुसार हरियाली तीज का पर्व श्रावण के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को माना जाता है। यह माह भगवान शिव व माता पार्वती की आराधना करने के लिए बहुत ही शुभ माना गया है। हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाओं द्वारा कुछ खास काम करने पर उन्हें सौभाग्य की प्राप्ती होती है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 01 Aug 2023 01:04 PM (IST)
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Hariyali Teej 2023 हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं जरूर करें य काम।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Hariyali Teej 2023: हरियाली तीज माता पार्वती को समर्पित हैं। इस दिन माता पार्वती की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दौरान महिलाएं व्रत रखकर माता पार्वती की पूजा करती हैं। इस वर्ष यानी 2023 में हरियाली तीज 19 अगस्त को पड़ रही है। हरियाली तीज पर सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत करती हैं, और शिव-पार्वती की पूजा करती हैं।

हरियाली तीज का महत्व (Hariyali Teej Importance)

हरियाली तीज का पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के मिलन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। माना जाता है कि भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए माता पार्वती के व्रत की शुरुआत हरियाली तीज से ही हुई थी। इस दिन महिलाएं 16 श्रृंगार करके भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं। साथ ही इस दिन हरे रंग के कपड़े पहनने का विशेष महत्व है। इस दिन महिलाओं के बीच झूला झूलने का भी प्रचलन है।

करें 16 श्रृंगार

हरियाली तीज पर 16 श्रृंगार करने का विशेष महत्व है। इसलिए इस दिन सुहागिन महिलाओं को सिंदूर, मंगलसूत्र, चूड़ियों आदि जैसे 16 श्रृंगार को अपने श्रृंगार का हिस्सा बनाना चाहिए। इस दिन महिलाओं के बीच मेंहदी लगाने का भी प्रचलन हैं।

निर्जला व्रत का करें संकल्प

हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाओं को सुबह सुर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि करने के बाद माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा करनी चाहिए। इस दिन पति-पत्नी का साथ मिलकर शिव-पार्वती की पूजा करना शुभ माना गया है। इसके बाद निर्जला व्रत का संकल्प करें।

जरूर करें ये काम

हरियाली तीज के दिन महिलाओं के बीच झूला झूलने का भी प्रचलन है। यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। इस दिन खुद से बड़ी सुहागिन महिलाओं के पैर छूकर उनका आशीर्वाद जरूर लेना चाहिए।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'

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