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Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज पर नई बहुएं गलती से भी न करें ये काम, कष्टों से भर जाएगा जीवन

हरतालिका तीज का दिन हिंदुओं के सबसे शुभ त्योहारों में से एक माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार यह व्रत इस साल 06 सितंबर को रखा जाएगा। ऐसी मान्यता है कि इस दिन का व्रत करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। अगर आप इस व्रत का पालन कर रहे हैं तो आपको इस दिन से जुड़ी कुछ बातों का अवश्य जानना चाहिए।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Thu, 22 Aug 2024 01:26 PM (IST)
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Hartalika Teej 2024: हरतालिका तीज पर नई बहुएं न करें ये काम -
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हरतालिका तीज का पावन त्योहार आने वाला है, जिसका हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। इस साल यह व्रत 06 सितंबर, को बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की कामना लेकर शिव-पार्वती की उपासना करती हैं। साथ ही उनके लिए कठिन उपवास का पालन करती हैं। वहीं, इस दिन (Hartalika Teej 2024) नई बहुओं को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए उसके बारे में जानते हैं।

हरतालिका तीज शुभ मुहूर्त (Hartalika Teej Shubh Muhurat)

हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 05 सितम्बर, 2024 को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 06 सितम्बर, 2024 को दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर होगा। उदया तिथि को देखते हुए इस साल हरतालिका तीज का व्रत दिन शुक्रवार, 06 सितम्बर को रखा जाएगा।

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हरतालिका तीज पर नई बहुएं न करें ये काम (Avoid These Things On Hartalika Teej)

  • इस शुभ दिन पर विवाहित महिलाओं को काले रंग की चूड़ियां और कपड़े पहनने से बचना चाहिए, क्योंकि हिंदू धर्म में काले रंग को अशुभता से जोड़ा जाता है।
  • इस दिन अपने पतियों से बहस करने से बचना चाहिए, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है।
  • इस दिन खाली मांग नहीं रखनी चाहिए।
  • इस दिन रात्रि में नहीं सोना चाहिए। इस शुभ अवसर पर रात्रि जागरण और कथा सुनना शुभ माना जाता है।
  • विवाहित महिलाओं को इस व्रत पर देवी पार्वती, भगवान शिव और भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए, जो महिलाएं इन तीनों में से किसी की भी पूजा नहीं करती है, तो उनका व्रत अधूरा माना जाता है।
  • इस व्रत का पारण तामसिक भोजन से न नहीं करना चाहिए।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।