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Hartalika Teej Vrat 2023: हरतालिका तीज पर 16 श्रृंगार का है विशेष महत्व, इन चीजों को जरूर करें शामिल

Hartalika Teej 2023 हर वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। हरियाली तीज की तरह ही हरतालिका तीज पर भी सोलह श्रृंगार करने का विशेष महत्व है। इस दिन माता पार्वती की पूजा में सोलह श्रृंगार अर्पित किए जाते हैं। साथ ही सुहागिन महिलाओं द्वारा भी सोलह श्रृंगार किया जाता है।

By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Thu, 14 Sep 2023 06:12 PM (IST)
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Hartalika Teej 2023 जानिए हरतालिका तीज पर 16 श्रृंगार का महत्व।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। 16 Shringar on Hartalika Teej: हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस वर्ष हरतालिका तीज व्रत 18 सितंबर 2023, सोमवार के दिन रखा जाएगा। तीज पर सोहल श्रृंगार करने की परम्परा बहुत पहले से चली आ रही है। इस दिन महिलाएं सोलह श्रृंगार करके पति की लंबी उम्र की कामना करती है और व्रत रखती हैं। आइए जानते हैं कि तीज पर सोहल श्रृंगार करने का महत्व।

माता पार्वती का प्रतीक

हिंदू परंपरा के अनुसार, विवाहित महिलाओं में सोलह श्रृंगार करने का चलन प्राचीन काल से रहा है। हरतालिका तीज मुख्य रूप से माता पार्वती को समर्पित हैं। इसलिए 16 श्रृंगार भी उन्हीं से जुड़े हुए हैं। हरतालिका तीज देवी पार्वती और भगवान शिव के अटूट रिश्ते को ध्यान में रखकर मनाया जाता है। इस दिन 16 श्रृंगार करके माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा और व्रत करने से सुहागिन महिलाओं अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है। जिससे उनका वैवाहिक जीवन सुखमय में बना रहता है।

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ये हैं सुहाग की निशानी

बिंदी मूल रूप से माथे के बीच में लगाई जाती है। यह चेहरे की सुंदरता को और भी बढ़ा देती है। हरतालिका तीज के दिन इसे 16 श्रृंगार में शामिल करना चाहिए। सिंदूर भी सुहागिन महिलाओं के लिए एक आवश्यक श्रृंगार माना गया है। इसके साथ मंगलसूत्र और बिछिया भी सुहागन महिलाओं द्वारा ही पहनी जाती है। इन सभी चीजों को हरतालिका तीज के अवसर पर अपने श्रृंगार में अवश्य शामिल करें।

ये चीजें भी करें श्रृंगार में शामिल

मांग टीका लगाने से आपकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है। साथ ही काजल, नथनी, पायल, कमरबंद और चूड़ियां आदि को भी अपने सोलह श्रृंगार का हिस्सा जरूर बनाएं। साथ ही इस दिन हाथों में मेहंदी लगाने का भी विशेष महत्व है। इससे शरीर को ठंडक भी मिलती है।

डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'