Move to Jagran APP

पहली बार कर रहीं हैं Hartalika Teej का व्रत, तो नई-नवेली दुल्हन को पता होनी चाहिए ये बातें

हरतालिका तीज पर भगवान शिव व माता पार्वती की रेत या मिट्टी की मूर्ति बनाई जाती है और उसकी पूजा की जाती है। ऐसे में यदि आप पहली बार हरतालिका तीज का व्रत रखने जा रही हैं तो ऐसे में कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें ताकि आपके व्रत में कोई विघ्न न आए। तो चलिए जानते हैं इस व्रत से जुड़े जरूरी नियम।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Thu, 22 Aug 2024 03:53 PM (IST)
Hero Image
Hartalika Teej Vrat 2024 रखें इन नियमों का ध्यान।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू पंचांग के अनुसार, प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरतालिका तीज का व्रत किया जाता है। माना जाता है कि इसी तिथि पर भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। इस तीज पर माता पार्वती और भगवान शिव की पूजा का विधान है। सुहागिन महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन की कामना के साथ इस व्रत करती हैं।

हरतालिका तीज शुभ मुहूर्त (Hartalika Teej Shubh Muhurat)

भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि का प्रारम्भ 05 सितम्बर, 2024 को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर हो रहा है। वहीं इस तिथि का समापन 06 सितम्बर, 2024 को दोपहर 03 बजकर 01 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, हरतालिका तीज का व्रत शुक्रवार, 06 सितम्बर को किया जाएगा। इस दिन पूजा का मुहूर्त कुछ इस प्रकार रहेगा -

प्रातःकाल हरितालिका पूजा मुहूर्त - सुबह 06 बजकर 02 से सुबह 08 बजकर 33 मिनट तक

यह भी पढ़ें - Hartalika Teej 2024: कब मनाई जाएगी हरतालिका तीज, कैसे है हरियाली तीज से अलग?

जरूर ध्यान रखें ये बातें

हरतालिका तीज का व्रत निर्जला रखे जाने का विधान है। इसलिए इस दिन भूलकर भी अन्न या जल ग्रहण नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपका व्रत निष्फल हो जाता है। इसके साथ ही इस विशेष दिन पर स्वच्छता और पवित्रता का भी जरूर ध्यान रखना चाहिए। इसके लिए आप मंदिर और घर में गंगाजल का छिड़काव कर सकते हैं।

न करें ये काम

यदि आप हरतालिका तीज पर किसी से झगड़ा करते हैं या फिर किसी का अपमान करते हैं, तो इससे भी तीज व्रत का फल प्राप्त नहीं होता। इसी का साथ व्रत करने वाली महिला के लिए दिन में सोना भी वर्जित माना जाता है। इसके स्थान पर भजन-कीर्तन में समय बिताना चाहिए।

यह भी पढ़ें - Kajari Teej 2024: क्यों मनाई जाती है कजरी तीज, कैसे हुई इसकी शुरुआत?

भूलकर भी न करें ये गलती

हरतालिका तीज का वर्त कर रही महिलाओं को इस दिन काले रंग का वस्त्र नहीं पहनने चाहिए और न ही काले रंग का अपने शृंगार में इस्तेमाल करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना जाता है। इसके स्थान पर आपको हरे रंग के वस्त्र और हरी चूड़ियां पहननी चाहिए।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।