Palmistry: इन लोगों को करियर में उठानी पड़ती है परेशानी, जानिए क्या कहता है हस्त रेखा शास्त्र
हस्त रेखा शास्त्र ज्योतिष का ही एक महत्वपूर्ण भाग है। इसके द्वारा जीवन भविष्य का आकलन किया जा सकता है। हस्त रेखा शास्त्र में माना गया है कि हाथ में कई ऐसी रेखाएं होती हैं जो व्यक्ति के भाग्य खोल सकती हैं। तो वहीं कुछ रेखाएं ऐसी भी होती हैं जो जीवन में आने वाली चुनौतियों का संकेत दे सकती हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hast Rekha Shastra: ज्योतिष शास्त्र में हस्तरेखा शास्त्र का विशेष महत्व माना गया है। इसके अनुसार व्यक्ति की हाथ की रेखाओं का अध्ययन करके उसके भविष्य से जुड़े कई बातों का पता लगाया जा सकता है। ऐसे में हम आज आपको ऐसी रेखाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके द्वारा आप करियर में आने वाली परेशानी हो का अनुमान लगा सकते हैं। आइए जानते हैं इन रेखाओं के विषय में।
इन जातकों को होती है परेशानी
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार, जिन जातकों की हथेली में सूर्य रेखा छोटी होती है और हृदय रेखा से पहले ही रुक जाती है उन लोगों को करियर में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इन लोगों को अपनी मनपसंद नौकरी मिलने या करियर में आगे बढ़ने में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
सोच समझ कर उठाए कदम
हस्तरेखा शास्त्र में माना गया है कि जिस व्यक्ति के हथेली में सूर्य पर्वत पर तीन या चार रेखाएं हो और आपस में एक दूसरे को काट रही हों, तो ऐसे लोगों को करियर में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे लोग किसी कार्य में स्थिर नहीं रह पाते। वहीं, यदि किसी जातक के हाथ में सूर्य रेखा अस्पष्ट है, तो इसका अर्थ है कि आपको जीवन में कोई भी कदम बहुत ही सोच-समझ कर उठाना चाहिए।यह भी पढ़ें - Phulera Dooj 2024: फुलेरा दूज पर इस विधि से करें श्री राधा-कृष्ण की पूजा, वैवाहिक जीवन में आएंगी खुशियां
इन्हें मिलता है लाभ
तर्जनी उंगली के ठीक नीचे गुरु पर्वत होता है। हस्तरेखा शास्त्र में माना गया है कि जिस व्यक्ति के हाथ में गुरु पर्वत उठा हुआ होता है। ऐसे लोग बहुत ही भाग्यशाली होते हैं। ये लोग सरकारी नौकरी और शिक्षा, मेडिकल, मैनेजमेंट जैसे क्षेत्रों में अपनी पहचान बनाते हैं।WhatsApp पर हमसे जुड़ें. इस लिंक पर क्लिक करेंडिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'