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Hindu Faith: व्यक्ति के किन कर्मों से नष्ट हो जाते हैं जीवन भर के पुण्य? न करें ये गलतियां

हिंदू धर्म में माना गया है कि व्यक्ति अपने द्वारा किए गए कर्मों से पुण्य या पाप का भागीदार बनता है। साथ ही कुछ ऐसे कार्यों का भी वर्णन किया गया है जिन्हें करने पर व्यक्ति के जीवन भर के कमाए गए पुण्य नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में व्यक्ति को इन गलतियों को करने से बचना चाहिए। आइए जानते हैं कि वह कर्म कौन-से हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Tue, 12 Mar 2024 05:34 PM (IST)
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Hindu Faith व्यक्ति के किन कर्मों से नष्ट हो जाते हैं जीवन भर के पुण्य?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hindu Mythology: माना जाता है कि व्यक्ति द्वारा पुरे जीवन में किए गए कर्म अंतिम समय में भी उसके साथ जाते हैं। जो व्यक्ति हमेशा अच्छे काम करता है उसे पुण्य की प्राप्ति होती है। वहीं, जिस व्यक्ति ने जीवन भर केवल बुरे कर्म ही किए हैं वह पाप का भागीदार बनता है। इतना ही नहीं, माना जाता है कि व्यक्ति के कर्म मृत्यु के बाद भी उसके साथ रहते हैं और उसके आधार पर उसका अगला जन्म निर्धारित किया जाता है।

ये है सबसे बड़ा पाप

हिंदू धर्म में नारी को पूजनीय माना गया है। ऐसे में यदि कोई व्यक्ति स्त्री का अपमान करता है या फिर उसके साथ गलत व्यवहार करता है, तो इसे शास्त्रों में सबसे बड़ा पाप माना जाता है। नारी के अपमान करने से जीवनभर के अच्छे कर्म नष्ट हो जाते हैं, और व्यक्ति पाप का भागीदार बन जाता है।

ये गलतियां पड़ सकती हैं भारी

सनातन धर्म में साधु-संतों और अतिथियों को विशेष दर्जा दिया जाता है। ऐसे में जो व्यक्ति साधु-संतों या फिर घर आए अतिथियों का अपमान करता है उनके भी सारे पुण्य नष्ट हो जाते हैं। इससे बचने के लिए कभी भी इन लोगों का अपमान नहीं करना चाहिए।

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जरूर करें ये काम

हिंदू धर्म में पहली रोटी गाय के लिए तो वहीं दूसरी रोटी पक्षियों को खिलाने की बात कही गई है। इसलिए सबसे खुद न भोजन ग्रहण करके पशु-पक्षियों के लिए निकालना चाहिए। शास्त्रों में माना गया है कि जो लोग केवल अपने लिए अन्न पकाते हैं और भगवान को भोग नहीं लगाते वह भी पाप के भागीदार बन जाते हैं। ऐसे में इन बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए।

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