Holashtak 2023: आज से शुरू हुए होलाष्टक, जानिए इन 9 दिनों में क्या करें क्या नहीं
Holashtak 2023 ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलाष्टक के दौरान किसी भी तरह के शुभ काम करने की मनाही होती है। इसके साथ ही सभी ग्रह उग्र स्वभाव के हो जाते हैं। इसलिए कार्य का शुभ फल प्राप्त नहीं होता।
By Shivani SinghEdited By: Shivani SinghUpdated: Mon, 27 Feb 2023 08:28 AM (IST)
नई दिल्ली, Holashtak 2023: पंचांग के अनुसार, होली के ठीक पहले 8 दिन के होलाष्टक होते है। इस साल होलाष्टक 8 नहीं बल्कि पूरे 9 दिनों के पड़ रहे हैं। 27 फरवरी से शुरू होकर 7 मार्च तक चलेंगे। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से शुरू होकर फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि के साथ समाप्त होंगे। पंचांग के अनुसार, होलाष्टक के दौरान किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कामों को करने की मनाही होती है। जानिए शास्त्रों के अनुसार, होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें।
Holashtak 2023: होलाष्टक शुरू होते ही नवग्रह हुए उग्र, पीड़ा-संकट को दूर करने के लिए रोजाना करें बस एक काम
होलाष्टक के दौरान क्या करें और क्या न करें ( Holashtak 2023 Do And Don't)
होलाष्टक के दौरान क्या करें
- शास्त्रों के अनुसार, होलाष्टक के दौरान पूजा पाठ करना शुभ माना जाता है। इसलिए भगवान विष्णु के साथ अन्य देवी देवताओं की पूजा अवश्य करें।
- होलाष्टक के दौरान मंगल ऋण मोचन स्त्रोत और श्री सूक्त का पाछ अवश्य करें। ऐसा करने से हर तरह के संकट दूर होने के साथ कर्ज से मुक्ति मिल जाती है।
- होलाष्टक के दौरान हनुमान जी के साथ भगवान नृसिंह की पूजा करना शुभ होता है।
- रोगों से छुटकारा पाने के लिए शिव पूजा और महामृत्युंजय मंत्र का अनुष्ठान करें।
- धन संपदा के लिए होलाष्टक के दौरान हवन करना शुभ होगा। इसलिए हवन में गुड़, हल्दी की गांठ, कनेर के फूल और पीली सरसों से आहुति जरूर दें।
होलाष्टक के दौरान न करें ये काम
होलाष्टक के दौरान किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कामों को करने की मनाही है। इसलिए होलाष्टक के नौ दिनों तक शादी-विवाह, मुंडन-छेदन, गृह प्रवेश आदि 16 संस्कार मांगलिक काम न करें। इसके अलावा घर, वाहन,वस्त्र, वस्त्र आदि न करें। इसके अलावा भूमि पूजन, नया व्यापार न शुरू करें और न किसी यात्रा पर जाएं।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।