Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Holika Dahan 2023: 6 या 7 मार्च कब है होलिका दहन? यहां जानिए सही तारिख

Holika Dahan in March 2023 हिन्दू धर्म में होलिका दहन को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष पूर्णिमा तिथि पर भद्रा के कारण तिथि को लेकर उलझन उत्पन्न हो रही है कि क्या होलिका दहन 6 मार्च को किया जाएगा या 7 मार्च को?

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Sun, 05 Mar 2023 11:47 AM (IST)
Hero Image
Holika Dahan 2023: जानिए क्या है होलिका दहन की सही तिथि।

नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Holika Dahan 2023: प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर होलिका दहन का आयोजन किया जाता है। साथ ही इस पर्व से होली पर्व का शुभारंभ हो जाता है। हिंदू धर्म में होली पर्व को बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। पूर्णिमा तिथि जिसे छोटी होली के नाम से भी जाना जाता है की शाम को होलिका दहन किया जाता है और अगले दिन सुबह के समय रंग वाली होली धुमधाम से खेली जाती है। लेकिन इस वर्ष पूर्णिमा के दिन भद्राकाल के कारण होलिका दहन की तिथि को लेकर उलझन है। आचार्य श्याम चंद्र मिश्र जी से जानते हैं कि क्या है होलिका दहन की सही तिथि।

होलिका दहन 2023 तिथि

आचार्य मिश्र बताते हैं कि फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 6 मार्च 2023 को दोपहर 02 बजकर 47 मिनट होगा और इसका समापन 7 मार्च को शाम 04 बजकर 39 पर होगा। पंचांग के अनुसार 6 मार्च 2023 को शाम के समय से भद्रा का साया लग जाएगा और ज्योतिषशास्त्र में बताया गया है कि भद्राकाल में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाना चाहिए। लेकिन पूर्णिमा के दिन ही होलिका दहन को पूर्ण किया जाए इस बात का वर्णन शास्त्रों में दिया गया है। ऐसे में भारत के कुछ हिस्सों में पूर्णिमा तिथि 07 मार्च के दिन दोपहर में समाप्त हो जाएगी। वहीं देश के कुछ हिस्सों में पूर्णिमा तिथि 07 मार्च के दिन शाम तक रहेगी। इसलिए होलिका दहन की पूजा देश के कुछ हिस्सों में 06 मार्च 2023 को और कुछ जगहों पर 07 मार्च 2023 के दिन की जाएगी।

होलिका दहन महत्व

हिन्दू धर्म में होलिका दहन को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस विशेष दिन पर होलिका की पूजा की जाती है और एक दुसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी जाती है। मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि पर होलिका दहन करने से जीवन में समृद्धि आती है और सुख-संपत्ति की प्राप्ति होती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।