Holika Dahan 2023: आपके शहर में किस दिन होगी होलिका दहन पूजा? यहां जानिए सही तिथि
Holika Dahan 2023 हिन्दू धर्म होलिका दहन का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि इस वर्ष होलिका दहन पर भद्रा का साया पड़ेगा। जिस कारण से होलिका दहन दो दिन मनाई जाएगी। आइए जानते हैं भारत के किन हिस्सों में किस दिन मनाई जाएगी होलिका।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Tue, 28 Feb 2023 01:09 PM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्मिक डेस्क | Holika Dahan 2023: प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन होलिका दहन की जाती ही और इस दिन से ही होली पर्व का शुभारंभ हो जाता है। लेकिन इस वर्ष होलिका दहन की तिथि को लेकर उलझन बनी हुई है। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्योतिष पंचांग के अनुसार इस वर्ष फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन भद्रा का साया रहेगा। इसलिए इस पर्व को दो दिन मनाया जाएगा। कुछ शहरों में होलिका दहन 06 मार्च को मनाई जाएगी और कुछ जगहों पर 07 मार्च के दिन पूजा की जाएगी। आइए जानते हैं आपके शहर में किस दिन मनाई जाएगी होलिका दहन।
पंचांग के अनुसार होलिका दहन कब
ज्योतिष पंचांग के अनुसार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 06 मार्च 2023 को दोपहर 02:47 होगा और इसका समापन 7 मार्च को शाम 04:39 पर हो जाएगा। वहीं भद्रा 06 मार्च की शाम से शुरू होगा और 07 मार्च को शाम तक रहेगा। ऐसे में भारत के अधिकांश हिस्सों में 06 मार्च को किया जाएगा। वहीं भारत के पूर्वी हिस्सों में जैसे- उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम और छत्तीसगढ़ में होलिका दहन 07 मार्च के दिन किया जाएगा।
होलिका दहन 2023 शुभ योग
ज्योतिष पंचांग के अनुसार 06 मार्च को रवि योग और 07 मार्च 2023 को धृति योग का निर्माण हो रहा है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि रवि योग और धृति योग में मांगलिक कार्यों को करने से सभी कार्य सफल होते हैं और साधक को सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। होलिका दहन पर यानि 06 मार्च के दिन रवि योग शाम 06 बजकर 54 मिनट से अगले दिन 12 बजकर 05 मिनट तक रहेगा। साथ 07 मार्च को धृति योग शाम 07 बजकर 45 मिनट तक ही रहेगा। इसलिए इन शुभ योग में होलिका दहन की पूजा सम्पन्न कर लें और होलिका प्रज्वलित करें।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।