Jagannath Rath Yatra 2023: आज इस शुभ योग में यात्रा पर निकलेंगे भगवान जगन्नाथ, जरूर करें इन मंत्रों का जाप
Jagannath Rath Yatra 2023 हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है। यह यात्रा आज विशेष रूप से जगन्नाथ पुरी में धूमधाम से निकाली जाएगी।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Tue, 20 Jun 2023 11:34 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Jagannath Rath Yatra 2023: हिंदू धर्म में रथ यात्रा पर का विशेष महत्व है। ओडिशा स्थित सिद्ध धाम जगन्नाथ पुरी में आज भगवान जगन्नाथ की भव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी। यह रथ यात्रा पुरी के जगन्नाथ मंदिर से शुरू होगी और इसका समापन अगले दिन गुंडिचा मंदिर पहुंचकर हो जाएगा। इस दौरान भगवान जगन्नाथ, बड़े भाई बलभद्र और बहन देवी सुभद्रा तीन विशेष और भव्य रथों पर विराजमान होकर नगर भ्रमण करेंगे और अपने भक्तों को दर्शन देंगे।
बता दे कि हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन भव्य रथ यात्रा निकाली जाती है। इस विशेष दिन की तैयारी कई रोज पहले ही शुरू हो जाती है। धार्मिक मान्यता है कि आज के दिन भगवान जगन्नाथ की उपासना करने से साधकों को विशेष लाभ मिलता है। पंचांग के अनुसार आज दो अत्यंत शुभ योग में भगवान जगन्नाथ यात्रा पर निकलेंगे इस दौरान पूजा-पाठ और मंत्रोच्चारण करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है।
जगन्नाथ रथ यात्रा 2023 शुभ मुहूर्त (Jagannath Rath Yatra 2023 Date and Time)
हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि का शुभारंभ 19 जून को सुबह 11:25 पर हो चुका है और इसका समापन 20 जून को दोपहर 01:07 पर होगा। उदया तिथि के अनुसार, रथ यात्रा 20 जून 2023, मंगलवार के दिन निकाली जाएगी। बता दें कि आज ध्रुव योग, त्रिपुष्कर योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। जिसे ज्योतिष शास्त्र में बहुत ही शुभ माना जाता है।ध्रुव योग- 20 जून रात्रि 1:15 से 21 जून रात्रि 1:48 तकत्रिपुष्कर योग- 20 जून सुबह 5:24 से दोपहर 1:07 तक
रवि योग- रात्रि 10:37 से 21 जून प्रातः 5:24 तक
जगन्नाथ रथ यात्रा 2023 पर करें इन मंत्रों का जाप (Bhagwan Jagannath Mantra)
नीलांचल निवासाय नित्याय परमात्मने। बलभद्र सुभद्राभ्याम् जगन्नाथाय ते नमः।।-
ॐ पधाय जगन्नाथाय नम:
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ॐ शिखिने जगन्नाथाय नम:
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ॐ देवादिदेव जगन्नाथाय नम:
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ॐ अनंताय जगन्नाथाय नम:
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ॐ विश्वरूपेण जगन्नाथाय नम:
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ॐ विष्णवे जगन्नाथाय नम:
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ॐ विश्वमूर्तये जगन्नाथाय नम: