Jagannath Rath Yatra 2023: कब अपनी मौसी के घर जाएंगे भगवान जगन्नाथ? जानिए रथ यात्रा 2023 की तिथि और महत्व
Jagannath Rath Yatra 2023 हिंदू धर्म में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा को उत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ तीन विशालकाय रथों पर बैठकर अपने मौसी के घर गुंडीचा मंदिर तक यात्रा करते हैं।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Tue, 30 May 2023 01:41 PM (IST)
नई दिल्ली, आध्यात्म डेस्क | Jagannath Rath Yatra 2023: भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा पर्व को ओडिशा स्थित सिद्ध नगरी पुरी में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन निकली जाती है। इस विशेष दिन पर भगवान जगन्नाथ अपने बड़े भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ तीन विशालकाय रथों पर विराजमान होकर नगर की यात्रा करते हुए अपने मौसी के घर गुंडीचा मंदिर जाते हैं। आइए जानते हैं, कब धूमधाम से निकाली जाएगी भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा, समय और महत्व?
जगन्नाथ रथ यात्रा 2023 कब?
हिन्दू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि की शुरुआत 19 जून सुबह 11 बजकर 25 मिनट पर होगी और इस तिथि का समापन 20 जून को दोपहर 01 बजकर 07 मिनट पर हो जाएगा। ऐसे में जगन्नाथ भगवान की रथ यात्रा 20 जून 2023, मंगलवार के दिन मंत्रोच्चारण और गाजे-बाजे के साथ निकली जाएगी। बता दें कि भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा 20 जून को रात्रि 10 बजकर 04 मिनट पर शुरू होगी और यात्रा का समापन 21 जून को शाम 07 बजकर 09 मिनट पर होगा।
जगन्नाथ रथ यात्रा 2023 महत्व
पुरी में होने वाले भव्य रथ यात्रा को देखने के लिए देश-विदेश से लोग इस सिद्ध नगरी में एकत्रित होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा के दर्शन से साधक को सौभाग्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही भगवान जगन्नाथ के आशीर्वाद से जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। वहीं बता दें कि पुरी में स्थित भगवान जगन्नाथ मन्दिर की गणना विश्व-विख्यात चार धामों में की जाती है। ऐसे में इस स्थान पर पूजा-पाठ करने व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है।डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।