Janmashtami 2024: जन्माष्टमी पर करें तुलसी के ये उपाय, धन से लेकर विवाह तक की सभी मुश्किलें होंगी दूर
जन्माष्टमी हिंदुओं का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है। यह त्योहार भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव का प्रतीक है। वैदिक पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2024) भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस साल यह 26 अगस्त 2024 दिन सोमवार को मनाई जाएगी। वहीं इस मौके पर तुलसी माता की पूजा भी बेहद शुभ मानी जाती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। जन्माष्टमी का दिन भगवान कृष्ण के भक्तों के लिए बेहद खास होता है। यह पर्व हर साल भगवान कृष्ण के भक्तों द्वारा पूर्ण भाव के साथ मनाया जाता है। इसे श्रीकृष्ण जन्माष्टमी, गोकुलाष्टमी, कृष्णाष्टमी या श्रीजयंती के नाम से भी जाना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन का व्रत करने से भगवान कृष्ण के साथ देवी राधा की भी कृपा प्राप्त होती है।
साथ ही जीवन की सभी मुश्किलों का अंत होता है। वहीं, इस तिथि पर कुछ उपाय करने से उनका जल्द असर प्राप्त होता है, तो आइए इन्हें करते हैं।
यह भी पढ़ें: Masik Karthigai पर इस तरह प्राप्त करें भगवान कार्तिकेय की कृपा, दरिद्रता का नहीं होगा वास
धन और खुशहाली हेतु
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जन्माष्टमी के दिन तुलसी माता के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद उनकी 11 बार परिक्रमा करें। फिर भावपूर्ण उनकी आरती कर उनके वैदिक मंत्रों का जाप करें। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन यह उपाय करने से व्यक्ति के जीवन में धन से जुड़ी सभी मुश्किलों का अंत हो जाता है। साथ ही जीवन में खुशहाली आती है।
वैवाहिक जीवन की मुश्किलें दूर करने हेतु
जिन जातकों के जीवन में वैवाहिक जीवन से जुड़ी मुश्किलें आ रही हैं, उन्हें जन्माष्टमी के दिन घर पर तुलसी का पौधा लगाना चाहिए। इसके बाद उनकी विधिवत पूजा करनी चाहिए। फिर शृंगार की सामग्री अर्पित करनी चाहिए। इससे दांपत्य जीवन की समस्याएं धीरे-धीरे समाप्त हो जाती हैं। साथ ही विवाह में आ रही अड़चनें भी दूर होती हैं।
इस दिन मनाई जाएगी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2024 Shubh Muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 25 अगस्त, 2024 दिन रविवार को रात 03 बजकर 39 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 26 अगस्त, 2024 दिन सोमवार को रात 2 बजकर 19 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी।
यह भी पढ़ें: Shani Dev Pujan: शनिवार के दिन इस नियम से करें भगवान शनि की पूजा, आय के खुलेंगे नए मार्ग
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।