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Janmashtami 2024: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, टूट पड़ेगा दुखों का पहाड़, निष्फल हो जाएगी पूजा

जन्माष्टमी का पर्व बेहद शुभ माना जाता है। हिंदू धर्म में इस दिन का विशेष महत्व है। जन्माष्टमी भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में हर साल धूमधाम के साथ मनाई जाती है। वैदिक पंचांग के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी (Janmashtami 2024) भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है तो आइए इस दिन से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातों को जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Fri, 23 Aug 2024 11:15 AM (IST)
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Janmashtami 2024: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर न करें ये गलतियां
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व का हिंदू धर्म में बेहद महत्व है। इसी शुभ दिन पर भगवान कृष्ण का अवतरण हुआ था। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस शुभ अवसर पर भक्तजन व्रत रखते हैं और भावपूर्ण पूजा-अर्चना करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी।

ऐसी मान्यता है कि इस दिन (Janmashtami 2024) श्रद्धा भाव के साथ पूजा करने से सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है।

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर न करें ये गलतियां (Janmashtami 2024 Rules)

1. जन्माष्टमी व्रत के दिन तामसिक भोजन जैसे- मांस और अंडे, शराब आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

2. इस शुभ अवसर पर महिलाओं को अपने बालों को खुला नहीं छोड़ना चाहिए।

3. इस शुभ दिन पर भूलकर भी गो वंश को परेशान नहीं करना चाहिए, इससे कान्हा जी रुष्ट हो सकते हैं।

4. इस शुभ दिन पर काले रंग के वस्त्रों से दूरी रखनी चाहिए।

5. जन्माष्टमी के दिन तुलसी के पत्ते नहीं तोड़ने चाहिए।

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श्रीकृष्ण जन्माष्टमी तिथि और समय (Janmashtami 2024 Shubh Muhurat)

वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 25 अगस्त, 2024 दिन रविवार को रात 03 बजकर 39 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 26 अगस्त, 2024 दिन सोमवार को रात 2 बजकर 19 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी।

भगवान कृष्ण मंत्र (Janmashtami 2024 Mantra)

1. कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने। प्रणत क्लेशनाशाय गोविन्दाय नमो नम:

2. हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे

हरे राम हरे राम, राम राम हरे हरे

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।