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Jaya Ekadashi 2023: जया एकादशी पर जरूर करे ये खास उपाय, मिलेगा श्री हरि का आशीर्वाद

Jaya Ekadashi 2023 हिन्दू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष महत्व है। एक मास में दो एकादशी व्रत रखे जाते हैं। इस विशेष दिन पर भगवान विष्णु की उपासना का विधान है। भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए अपनाएं कुछ विशेष उपाय।

By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Wed, 01 Feb 2023 08:53 AM (IST)
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Jaya Ekadashi 2023: जया एकादशी पर जरूर करें ये 4 खास उपाय।
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Jaya Ekadashi 2023: माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन जया एकादशी व्रत रखा जाता है। जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आराधना करने से और व्रत रखने से अश्वमेघ यज्ञ के समान फल की प्राप्ति होती है। जया एकादशी को भीष्म एकादशी या भूमि एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस विशेष दिन पर किए गए कुछ खास उपायों से श्री हरि प्रसन्न होते हैं और साधक को सुख-समृद्धि, धन और बल का आशीर्वाद प्रदान करते हैं। आइए जानते हैं-

जया एकादशी 2023 उपाय (Jaya Ekadashi 2023 Upay)

  • शास्त्रों में बताया गया है कि एकादशी तिथि के दिन साधकों को तुलसी का पौधा लगाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। इसके साथ इस दिन गेंदे फूल का पौधा लगाने से लाभ मिलता है। इस बात का ध्यान रखें कि यह पौधा घर की उत्तर दिशा में लगाएं।

  • इस विशेष दिन पर भगवान प्रसन्न करने के लिए किसी जरूरतमंद को अन्न, धन या वस्त्र का दान अवश्य करें। ऐसा करने से पुण्य के समान फल की प्राप्ति होती है। साथ ही इस दिन पर मखाने की खीर बनाकर श्री हरि को भोग लगाएं। इससे पहले खीर में तुलसी दल अवश्य डाल लें।

  • जाया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को पीले रंग का पुष्प अर्पित करें और जनेऊ पर केसर लगाकर श्री हरि को समर्पित करें। इसके बाद केले का भोग लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से साधक को प्रेत योनि में जन्म लेने के भय से मुक्ति मिल जाती है।

  • धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पीपल के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास होता है। इसलिए इस विशेष दिन पर पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करें और संध्या काल में पीपल पेड़ के समक्ष दीपक जलाएं। ऐसा करने से श्रीहरि प्रसन्न होते हैं और धन एवं ऐश्वर्य का आशीर्वाद प्रदान करते हैं।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।