Jyeshta Month 2023: कब से हो रही है ज्येष्ठ माह की शुरुआत? जानिए तिथि और इस माह का महत्व
Jyeshta Month 2023 हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ माह का विशेष महत्व है। इस पवित्र महीने में पूजा-पाठ और दान-धर्म करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है और जीवन में आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है ज्येष्ठ मास।
By Shantanoo MishraEdited By: Shantanoo MishraUpdated: Sun, 30 Apr 2023 09:50 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क | Jyeshta Month 2023: हिंदू पंचांग का तीसरा महीना यानी ज्येष्ठ माह जल्द ही शुरू होने वाला है। ज्येष्ठ माह में गर्मी अपने चरम पर होती है और सूर्य के तेज प्रकाश के कारण नदी व तालाब सूख जाते हैं। इसलिए इस महीने में जल का विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ज्येष्ठ माह में हनुमान जी, सूर्य देव और वरुण देव की विशेष उपासना की जाती है। वरुण जल के देवता हैं, सूर्य देव अग्नि के और हनुमान जी कलयुग के देवता माने जाते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में भी ज्येष्ठ माह को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। इस पवित्र महीने में पूजा-पाठ और दान-धर्म करने से कई प्रकार के ग्रह दोष से मुक्ति प्राप्त हो जाती है। साथ ही इस महीने में निर्जला एकादशी और गंगा दशहरा जैसे महत्वपूर्ण व्रत एवं त्योहार मनाए जाते हैं। आइए जानते हैं कब से शुरू हो रहा है ज्येष्ठ महीना और इसका महत्व?
कब से शुरु हो रहा है ज्येष्ठ माह 2023? (Jyeshta Month 2023 Start Date)
हिंदू पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह का शुभारंभ 6 मई 2023, शनिवार के दिन होगा और इसका समापन 4 जून 2023, रविवार के दिन हो जाएगा। इसके बाद आषाढ़ महीना प्रारंभ हो जाएगा। इस पवित्र महीने में जल संरक्षण और पेड़-पौधों को जल देने से कई कष्टों का नाश होता है, साथ ही पितर प्रसन्न होते हैं।ज्येष्ठ माह का महत्व (Jyeshta Month 2023 Significance)
धार्मिक मान्यता है कि ज्येष्ठ माह में ही हनुमान जी की मुलाकात भगवान श्रीराम से हुई थी, इसलिए इस महीने में मंगलवार का व्रत रखने से साधक को विशेष लाभ मिलता है। साथ ही बजरंगबली की विशेष पूजा अर्चना करने से कई प्रकार के कष्टों का नाश हो जाता है।
ज्येष्ठ माह 2023 नियम (Jyeshta Month 2023 Niyam)
ज्येष्ठ माह में गंगा दशहरा और निर्जला एकादशी जैसे महत्वपूर्ण व्रत एवं त्यौहार मनाए जाएंगे। साथ ही इस महीने में कुछ महत्वपूर्ण ग्रह राशि परिवर्तन भी करेंगे, जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। शास्त्रों में बताया गया है कि ज्येष्ठ माह में दान-धर्म करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। साथ ही इस माह में किसी जरूरतमंद और पशु-पक्षियों को पानी पिलाने से विशेष लाभ मिलता है।डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।