Jyeshtha Amavasya 2024: ज्येष्ठ अमावस्या पर इस शुभ मुहूर्त में करें स्नान-दान और पूजा, पुण्य की होगी प्राप्ति
ज्येष्ठ अमावस्या का दिन किसी भी प्रकार का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। अमावस्या पर स्नान कर भगवान विष्णु और पितरों की पूजा करें और अंत में उन्हें प्रिय चीजों का भोग लगाएं। इसके बाद अमावस्या श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में दान करें। मान्यता है कि दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनकी आत्मा को शांति मिलती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Jyeshtha Amavasya 2024 Shubh Muhurat: सनातन धर्म में अमावस्या तिथि भगवान विष्णु और पितरों को समर्पित है। धार्मिक मान्यता है कि अमावस्या के दिन स्नान-दान और पूजा-पाठ करने से जातक को शुभ फल की प्राप्ति होती है। पंचांग के अनुसार, 06 जून को ज्येष्ठ अमावस्या पड़ रही है। साथ ही इस दिन वट सावित्री व्रत और शनि जयंती का भी पर्व मनाया जाएगा। ऐसा माना जाता है कि अमावस्या पर शुभ मुहूर्त में स्नान और दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। चलिए जानते हैं ज्येष्ठ अमावस्या का स्नान-दान करने के शुभ मुहूर्त के बारे में।
ज्येष्ठ अमावस्या 2024 डेट और शुभ मुहूर्त (Jyeshtha Amavasya 2024 Date and Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ महीने के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि की शुरुआत 05 जून को रात 07 बजकर 54 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 06 जून को शाम 06 बजकर 07 मिनट पर होगा। सनातन धर्म में उदयातिथि का अहम महत्व है। ऐसे में 06 जून को ज्येष्ठ अमावस्या को मनाई जाएगी। इस दिन स्नान करने का समय सुबह 04 बजकर 02 मिनट से लेकर 04 बजकर 42 मिनट तक है।
अमावस्या के दिन स्नान कर भगवान विष्णु और पितरों की पूजा करें और अंत में उन्हें प्रिय चीजों का भोग लगाएं। इसके बाद अमावस्या श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में दान करें। मान्यता है कि दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और उनकी आत्मा को शांति मिलती है। इन चीजों का करें दान (Jyeshtha Amavasya 2024 Daan)सनातन धर्म में किसी भी पर्व पर दान करने का विशेष महत्व है। ज्येष्ठ अमावस्या पर अधिक गर्मी होती है, तो ऐसे में आप जल का दान कर पुण्य की प्राप्ति कर सकते हैं। साथ ही पशु-पक्षियों के लिए दाना रखना चाहिए। इसके अलावा गरीब लोगों में अन्न, धन, भोजन और वस्त्र का दान कर सकते हैं।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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