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Jyeshtha Month 2024: जेष्ठ माह में करें तुलसी से जुड़े ये उपाय, दूर-दूर तक नहीं सताएगी धन की कमी

ज्येष्ठ माह जिसे जेठ का महीना भी कहा जाता है उसका 24 मई से प्रारंभ हो चुका है। यह महीना 23 जून तक रहने वाला है। जेठ महीने में भगवान विष्णु के साथ-साथ बजरंगबली जी की पूजा का भी विशेष महत्व माना गया है। ऐसे में आप शुभ फलों की प्राप्ति के लिए जेठ के महीने में तुलसी से जुड़े ये उपाय कर सकते हैं।

By Suman Saini Edited By: Suman Saini Updated: Wed, 29 May 2024 10:05 AM (IST)
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Jyeshtha Tulsi Upay जेष्ठ माह में करें तुलसी से जुड़े उपाय।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Jyeshtha Tulsi Upay: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को विशेष महत्व दिया गया है। यह पौधा न केवल पवित्र माना गया है, बल्कि इसकी पूजा का भी विधान है। ऐसे में यदि आप ज्येष्ठ माह में तुलसी से जुड़े ये उपाय करते हैं, तो इससे आपको जीवन में विशेष लाभ देखने को मिल सकता है।

इस तरह जलाएं दीपक

ज्येष्ठ माह में रोजाना तुलसी में जल अर्पित करना चाहिए (रविवार और एकादशी तिथि को छोड़कर)। इसके साथ ही आप आटे का दीपक बनाकर भी तुलसी के समक्ष जला सकते हैं। आटे के दीपक में घी का इस्तेमाल करना चाहिए। इसके साथ ही दीपक में थोड़ी-सी हल्दी और दो लोंग डाल दें। दीपक जलाते समय इस बात का विशेष रूप से ध्यान रखें कि दीपक का मुख उत्तर दिशा में रहना चाहिए।

प्रसन्न होंगे बजरंगबली

क्योंकि ज्येष्ठ का महीना हनुमान जी की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है। ऐसे में पूजा के दौरान बजरंगबली को तुलसी की माला जरूर चढ़ाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार के संकटों से मुक्ति मिलत है और समृद्धि के रास्ते खुलने लगते हैं। इसके लिए नारंगी रंग के सिंदूर में सरसों का तेल मिलाएं और उसके बाद 11 तुलसी के पत्ते लेकर उसपर राम नाम लिख दें। अब इस पत्तों की माला बनाकर बजरंगबली जी को अर्पण करें।

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गुरुवार के दिन करें ये काम

ज्येष्ठ का महीना विष्णु की की पूजा के लिए भी विशेष महत्व रखता है। ऐसे में गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा में तुलसी की पत्तियों को अर्पित करें। पूजा के बाद इन पत्तियों को पीले रंग के कपड़े में बांधकर धन के स्थान या फिर अपनी तिजोरी में रख दें। इससे साधक पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।

अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।