Jyeshtha Purnima Upay 2022: ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें ये छोटे-छोटे से उपाय, हमेशा बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा
Jyeshtha Purnima Upay 2022 ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के दिन स्नान और दान-पुण्य करने का विशेष महत्व है। ज्योतिष शास्त्र में के अनुसार पूर्णिमा के दिन कुछ उपायों को करके सुख-समृद्धि के साथ माता लक्ष्मी का भी आशीर्वाद पा सकते हैं।
By Shivani SinghEdited By: Updated: Tue, 14 Jun 2022 07:28 AM (IST)
नई दिल्ली, Jyeshtha Purnima Upay 2022: प्रतिवर्ष ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को ज्येष्ठ पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। इसे जेठ पूर्णिमा या जेठ पूर्णमासी के नाम से भी जाना जाता है। इस पूर्णिमा का का विशेष महत्व है। इस दिन गंगा स्नान, दान के साथ मां लक्ष्मी की पूजा करने का विशेष महत्व है। इस बार की ज्येष्ठ पूर्णिमा काफी खास है क्योंकि इस साल का आखिरी ज्येष्ठ मंगलवार यानी बुढ़वा मंगल भी पड़ रहा है। ऐसे में जानिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन कौन से उपाय करना होगा शुभ।
ज्येष्ठ पूर्णिमा 2022 शुभ मुहूर्त पूर्णिमा तिथि प्रारंभ: 13 जून, सोमवार को रात 09 बजकर 02 मिनट से शुरू
पूर्णिमा तिथि समापन: 14 जून, मंगलवार को शाम 05 बजकर 21 मिनट तक
ज्येष्ठ पूर्णिमा पर करें ये उपाय
करें मां लक्ष्मी की पूजा ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा तिथि को मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करना चाहिए। इसके साथ ही मां लक्ष्मी के समक्ष एक लाल रंग के कपड़े में 11 कौड़ियां चढ़ाएं और हल्दी का तिलक लगा दें। दूसरे दिन मां का आशीर्वाद लेते हुए इन कौड़ियों को लेकर तिजोरी या फिर जहां पर भी धन रखते हैं उस जगह पर रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा हमेशा आपके ऊपर बनी रहेगी।
करें ये पाठइस दिन धन-धान्य की बढ़ोत्तरी के लिए लक्ष्मी स्तोत्र और कनकधारा स्त्रोत का पाठ करना बेहद कल्याणकारी माना गया है। मां लक्ष्मी को लगाएं खीर का भोग ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन महालक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं। इसके साथ ही पांच कुंवारी कन्याओं का भोजन कराएं और दक्षिणा दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद हमेशा आपके ऊपर बना रहेगा।
कर्ज से मुक्ति के लिए ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन ब्रह्म मुहूर्त में स्नान आदि करने के बाद मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की विधिवत पूजा करें। इसके साथ ही मां लक्ष्मी को सुगंधित धूप, गुलाब के फूल, खीर आदि अर्पित करें। इसके साथ ही विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करना चाहिए।पीपल के पेड़ की पूजा ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि पीपल में सभी देवी-देवताओं का वास होता है। इसलिए इस दिन पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें। इसके साथ ही शाम के समय दीपक जलाएं।
स्नान दान का अधिक महत्व ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करना लाभकारी होगा। अगर आप गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो घर में ही नहाने वाले पानी में थोड़ा सा गंगाजल डालकर नहा लें। इसके साथ ही स्नान करने के बाद दान जरूर करें। आज के दिन सफेद चीजों का दान देने से चंद्रमा मजबूत होता है। इसलिए आज के दिन चीनी, दही, दूध, चावल आदि सफेद चीजों का दान करें।
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