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Kaal Bahirav Jayanti 2022 Upay: काल भैरव जयंती पर जरूर करें ये खास उपाय

Kaal Bahirav Jayanti 2022 धर्म ग्रंथों में भगवान शिव के रौद्र अवतार यानि काल भैरव का विवरण विस्तार से किया गया है। माना जाता है कि इनकी पूजा करने से व्यक्ति के सभी दुःख दूर हो जाते हैं।

By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Wed, 16 Nov 2022 07:46 AM (IST)
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Kaal Bahirav Jayanti 2022: इन उपायों से मिलेगा भगवान काल बहिराव का आशीर्वाद।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Kaal Bahirav Jayanti 2022 Upay: हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन भगवान काल भैरव का अवतरण हुआ था। शास्त्रों में बताया गया है कि काल भैरव अत्यंत दयालु और अपने भक्तों से जल्दी प्रसन्न होने वाले देवताओं में से एक हैं। इन्हें प्रसन्न करना भगवान शिव को प्रसन्न करने जितना ही आसान है। उन्हें प्रसन्न करने के लिए काल भैरव जयंती को उत्तम दिन माना जाता है। इस दिन विधिवत पूजा-पाठ करने से भक्तों के जीवन में खुशहाली आती है। आइए जानते हैं काल भैरव जयंती पर किन उपायों मिलता है व्यक्ति को विशेष लाभ।

काल भैरव जयंती पर जरूर करें ये उपाय (Kaal Bahirav Jayanti 2022 Remedies)

  • भगवान काल भैरव के जन्मोत्सव के दिन भक्तों को ऐसे मंदिर में उनकी पूजा करनी चाहिए, जहां कम लोग आते हैं। ऐसा करने से भक्तों को उत्तम फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ बाबा भैरवनाथ के मंदिर में दीप जलाने से और नारियल व जलेबी का भोग लगाने से देवों के देव महादेव अति प्रसन्न होते हैं और काल भैरव अपने भक्तों की अकाल मृत्यु से सुरक्षा करते हैं।

  • शास्त्रों में बताया गया है कि काल भैरव जयंती के दिन स्नान स्नान करने के बाद 'ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:।।' मंत्र का 5 माला जाप करने से शत्रु पर विजय प्राप्ति का वरदान मिलता है। साथ की भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्याएं दूर हो जाती हैं।

  • जो लोग दांपत्य जीवन में सुख समृद्धि की प्राप्ति चाह रहे हैं। उन्हें काल भैरव जयंती के दिन शाम के समय शमी वृक्ष के नीचे, सरसों के तेल का दीपक जरूर जलाना चाहिए। ऐसा करने से रिश्तो में आ रहे दरार को खत्म किया जा सकता है।

  • इस दिन शिवलिंग की पूजा का भी विशेष महत्व है। इसलिए काल भैरव जयंती पर 21 बेल पत्रों पर चंदन से 'ॐ नमः शिवाय' लिखें और फिर इन्हें शिवलिंग पर अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से रोग, भय और सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।