Kaal Sarp Dosh ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के दोष का उल्लेख किया गया है। यह दोष जीवन में कई तरह की समस्याओं को जन्म देते हैं। इसलिए इनसे बचाव करना और इनके प्रभाव से बचने के लिए उपाय करना बहुत जरूरी है।
By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Sun, 20 Nov 2022 03:42 PM (IST)
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Kaal Sarp Dosh, Upay: एक व्यक्ति की कुंडली में समय-समय पर कई प्रकार के योग का निर्माण होता है। इनसे जातक को लाभ भी मिलता है और इसके कारण कई समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। इसी तरह ज्योतिष शास्त्र में कई प्रकार के दोष के विषय में भी बताया गया है, जो व्यक्ति के जीवन में समस्याओं का कारण बनते हैं। इन्हीं में से एक सबसे शापित दोष 'काल सर्प दोष' को माना जाता है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि काल सर्प दोष के कारण व्यक्ति को आर्थिक, शारीरिक व मानसिक तौर पर समस्याओं का सामना पड़ता है। ऐसे में इस दोष से छुटकारा पाने के लिए कुछ उपाय बताए गए हैं। लेकिन उससे पहले काल सर्प दोष के लक्षण क्या होते हैं यह जान लेना आवश्यक है।
काल सर्प दोष के लक्षण (Symptoms of Kaal Sarp Dosh)
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि व्यक्ति की कुंडली में अगर काल सर्प दोष होता है तो वह हर समय आर्थिक और शारीरिक रूप से परेशानियों का सामना करता है। इसके साथ यह भी बताया गया कि काल सर्प दोष के कारण जातक सन्तान से सम्बन्धित कष्ट का भी सामना करता है। यदि व्यक्ति की नौकरी में कम समय में ज्यादा फेर-बदल हो रहें है या उसकी नौकरी बार छूट रही है तो उन्हें यह समझ जाना चाहिए कि इसके पीछे यह दोष भी कारण हो सकता है। इसलिए आइए जानते हैं, काल सर्प दोष से कैसे पाया जाए छुटकारा।
काल सर्प दोष से छुटकारा पाने का उपाय (Kaal Sarp Dosh Upay)
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ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि काल सर्प दोष से छुटकारा पाने के लिए जातक को घर में मोरपंख धारण किए भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा घर में स्थापित करनी चाहिए। साथ ही हर दिन उनकी पूजा करनी चाहिए और 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय' मंत्र का नियमित रूप से 108 बार जाप करना चाहिए।
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इसके साथ यह भी बताया गया है कि व्यक्ति को सोमवार के दिन भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए। इसके साथ वह मिट्टी के सवा लाख महादेव बनाकर उनकी पूजा कर सकते हैं। ऐसा करने से काल सर्प दोष के प्रभाव से छुटकारा मिल सकता है।
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ज्योतिष शास्त्र में यह भी बताया गया है कि नागों की पूजा करने से भी इस दोष से छुटकारा पाने में सहायता मिलती है। इसलिए हर मास की पंचमी तिथि के दिन 8 प्रमुख नागों की पूजा करें। आप अनंत, वासुकि, तक्षक, कर्कोटक, पद्म, महापद्म, शंख और कुलिक की पूजा करें। नागों की पूजा से पहले महादेव की पूजा अवश्य करें।
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