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इस साल कब है Dhanteras? जानें पूजा मुहूर्त और नियम

हर साल धनतेरस (Dhanteras 2024 Shubh Muhurat) पूरे देश में बहुत ही धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है। धनतेरस दिवाली उत्सव की शुरुआत का प्रतीक है। इस दिन लोग देवी लक्ष्मी और भगवान कुबेर की पूजा करते हैं और उनसे समृद्धि और धन प्राप्त करने का आशीर्वाद मांगते हैं तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ बातों को जानते हैं।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Mon, 09 Sep 2024 11:55 AM (IST)
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Dhanteras 2024 Shubh Muhurat: धनतेरस 2024 कब है?
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। धनतेरस हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है, जो प्रत्येक वर्ष बेहद खुशी और उत्साह के साथ मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन लोग धन और समृद्धि की देवी माता लक्ष्मी, धन्वंतरि जी और भगवान कुबेर की पूजा करते हैं।

इस पर्व को धनत्रयोदशी (Dhanteras 2024) के नाम से भी जाना जाता है, तो आइए इस पर्व की सही डेट, पूजन समय और नियम जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।

धनतेरस 2024 कब है? (Dhanteras 2024 Shubh Muhurat)

वैदिक पंचांग के अनुसार, त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 29 अक्टूबर 2024 को सुबह 10 बजकर 31 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 30 अक्टूबर, 2024 को दोपहर 01 बजकर 15 मिनट पर होगा। पंचांग के आधार पर धनतेरस का त्योहार इस साल 29 अक्टूबर 2024, दिन मंगलवार को मनाया जाएगा।

धनतेरस पूजन मुहूर्त (Dhanteras 2024 Puja Time) - शाम 06 बजकर 30 मिनट से रात 08 बजकर 12 मिनट तक।

धनतेरस पूजन नियम (Dhanteras 2024 Puja Vidhi)

  • सुबह जल्दी उठकर पवित्र स्नान करें।
  • घर और मंदिर की अच्छी तरह से सफाई करें।
  • अपने घर को दीपक और फूलों की लड़ियों से सजाएं।
  • पूजा मुहूर्त के दौरान भगवान गणेश, देवी लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान धन्वंतरि की प्रतिमा स्थापित करें।
  • देसी घी का दीपक जलाएं।
  • चंदन और कुमकुम का तिलक लगाएं।
  • फूलों की माला और फल, मिठाई आदि का भोग लगाएं।
  • शुभ मुहूर्त में कोई भी चीज खरीदें और उस चीज को भगवान के सामने रखकर तिलक लगाकर और धूप से पूजा करें।
  • शाम के समय घर के बाहर दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर यमराज जी को अर्पित करते हुए एक दीपक जलाएं।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।