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Hartalika Teej 2024: भाद्रपद माह में क्यों मनाई जाती है हरतालिका तीज? वजह जानकर आप भी जरूर करेंगे व्रत

सनातन धर्म में हरतालिका तीज (Hartalika Teej 2024) के त्योहार का विशेष महत्व है। यह व्रत विवाहित महिलाओं और कुंवारी लड़कियों के द्वारा किया जाता है। इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती की रेत या मिट्टी द्वारा प्रतिमा बनाई जाती है जिसकी विशेष पूजा की जाती है। आइए जानते हैं हरतालिका तीज की डेट शुभ मुहूर्त समेत आदि महत्वपूर्ण बातों के बारे में।

By Kaushik Sharma Edited By: Kaushik Sharma Updated: Tue, 27 Aug 2024 10:07 AM (IST)
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Hartalika Teej 2024: भादों माह में किया जाता है हरतालिका तीज व्रत
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Hartalika Teej 2024: प्रत्येक वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर हरतालिका तीज का पर्व मनाया जाता है। यह त्योहार देवों के देव महादेव और मां पार्वती को समर्पित है। इस खास तिथि पर सच्चे मन से प्रभु की पूजा-अर्चना करने का विधान है। क्या आपको पता है कि हरतालिका तीज व्रत क्यों किया जाता है। अगर नहीं पता, तो आइए जानते हैं इस व्रत को करने की वजह के बारे में।

ये है वजह

हरतालिका तीज व्रत को विवाहित महिलाएं अखंड सौभाग्य की प्राप्ति और पति की लंबी आयु के लिए करती हैं। वहीं, कुवारी लड़कियां मनचाहे वर और जल्द विवाह के लिए व्रत करती हैं। इस दिन शिव जी और मां पार्वती की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना कर प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से साधक के वैवाहिक जीवन में खुशियों का आगमन होता है। साथ ही सुख-शांति की प्राप्ति होती है।

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हरतालिका तीज शुभ मुहूर्त (Hartalika Teej Puja Time)

पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि की शुरुआत 05 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 21 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 06 सितंबर को दोपहर 03 बजकर 21 मिनट पर होगा। ऐसे में हरतालिका तीज का व्रत 06 सितंबर को किया जाएगा। इस दिन पूजा करने का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 02 से सुबह 08 बजकर 33 मिनट तक है। इस मुहूर्त में उपासना करने से साधक को दोगुना फल प्राप्त होगा।

इन बातों का रखें ध्यान (Hartalika Teej Vrat Niyam)

इस व्रत के दौरान काले रंग के वस्त्र भूलकर भी धारण नहीं करने चाहिए, क्योंकि पूजा-पाठ के समय काले वस्त्र पहनना अशुभ माना जाता है। इसके अलावा शृंगार में काले रंग के प्रयोग करने से बचना चाहिए।

मां पार्वती के मंत्र (Maa Parvati Mantra)

  • ॐ उमायै नम:
  • ॐ पार्वत्यै नम:
  • ऊं जगद्धात्र्यै नम:
  • ॐ जगत्प्रतिष्ठयै नम:
  • ॐशांतिरूपिण्यै नम:
  • ॐ शिवायै नम:
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।