Shardiya Navratri 2024: शारदीय नवरात्र की डेट को लेकर न हों कन्फ्यूज, यहां जानें सही तारीख और घटस्थापना का समय
सनातन धर्म में नवरात्र के पर्व को महत्वपूर्ण माना जाता है। वर्ष में 2 गुप्त नवरात्र और 2 प्रकट नवरात्र मनाए जाते हैं। जिनमें से चैत्र नवरात्र और आश्विन माह की शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) को खास माना जाता है। नवरात्र के पहले दिन मां दुर्गा की चौकी लगाई जाती है और घटस्थापना विधिपूर्वक शुभ मुहूर्त में की जाती है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मान्यता है कि शारदीय नवरात्र के दौरान मां दुर्गा की विशेष पूजा-अर्चना करने से साधक की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। साथ ही बिगड़े काम बनने लगते हैं। मां दुर्गा अपने भक्तों पर सदैव कृपा बनाए रखती हैं। शारदीय नवरात्र (Shardiya Navratri 2024) में जगत जननी आदिशक्ति मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा अलग-अलग दिन की जाती है।
यदि आप भी किसी दुख और संकट का सामना कर रहें हैं, तो शारदीय नवरात्र में रोजाना मां दुर्गा की पूजा करें। ऐसा करने से साधक को सभी तरह के दुखों से मुक्ति मिलेगी। इस वर्ष कई लोग शारदीय नवरात्र की डेट को लेकर कन्फ्यूज हो रहें हैं। चलिए इस लेख में आपको बताएंगे शारदीय नवरात्र की सही डेट और घटस्थापना के समय के बारे में।
शारदीय नवरात्र 2024 डेट
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 03 अक्टूबर को देर रात 12 बजकर 18 मिनट से होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 04 अक्टूबर को देर रात 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। ऐसे में 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी। वहीं, शारदीय नवरात्र का समापन 11 अक्टूबर को होगा। इसके अगले दिन यानी 12 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा।
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शारदीय नवरात्र 2024 घटस्थापना समय
शारदीय नवरात्र का घटस्थापना शुभ मुहूर्त 03 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 15 मिनट से लेकर सुबह 07 बजकर 22 मिनट तक है। वहीं, अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 46 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 33 मिनट तक है। इन दोनों शुभ योग समय में घटस्थापना कर मां दुर्गा की उपासना कर सकते हैं।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
इन बातों का रखें ध्यान
- शारदीय नवरात्र के दौरान साधक को सुबह की पूजा करने के बाद दिन में नहीं सोना चाहिए।
- इसके अलावा किसी से लड़ाई-झगड़ा नहीं करना चाहिए।
- शारदीय नवरात्र में तामसिक भोजन, शराब और मांस का सेवन करने से बचना चाहिए।
- इसके अलावा घर और मंदिर को गंदा नहीं रखना चाहिए, क्योंकि मां दुर्गा का वास साफ-सफाई वाली जगह पर होता है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।