Kala Dhaga Benefits: बुरी नजर से चाहते हैं बचाव, तो आज ही हाथ या पैर में धारण करें काला धागा, मिलेंगे कई लाभ
ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि काले रंग का संबंध शनि ग्रह से है। अक्सर आपने देखा होगा कि लोग अपने हाथ या पैर पर काला धागा बांधते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं। इस धागे को धारण करने से किस तरह के फायदे मिलते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kala Dhaga Benefits: ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि काले रंग का संबंध शनि ग्रह से है। इसी वजह से लोग अपने जीवन की रक्षा के लिए हाथ या पैर में काला धागा पहनते हैं। ऐसा माना जाता है कि काला धागा (Black Thread Benefits) धारण करने से नजर दोष से छुटकारा मिलता है और जीवन में आने वाले संकट खत्म होते हैं। ऐसे में आइए जानते हैं कि काला धागा धारण करने से किस तरह के फायदे मिलते हैं और किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
मिलते हैं ये लाभ
- राहु, केतु और शनि के बुरे प्रभाव से बचाव के लिए हाथ या पैर में काला धागा धारण करना, जातक के लिए अधिक फलदायी साबित होता है।
- हाथ और पैर में काला धागा बांधने (Kale Dhage Ke Fayde) से बुरी नजर से बचाव होता है।
- इसके अलावा काला धागा पहनने से आर्थिक तंगी खत्म होती है और कारोबार में आ रही रुकावट जल्द समाप्त होती है।
- अगर आप किसी बीमारी का सामना कर रहे हैं, तो काला धागा जरूर धारण करें। माना जाता है कि इससे सभी तरह के रोग दूर होते हैं।
- अगर आप हाथ या पैर में काला धागा धारण कर रहे हैं, तो इसके बारे में किसी ज्योतिष से राय लेनी चाहिए।
- काला धागा को धारण करते समय सच्चे मन से रुद्र गायत्री मंत्र 'ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥' का जप करना विशेष कल्याणकारी होता है।
- काला धागा को धारण करने से पहले उसमे 9 गांठ लगानी चाहिए।
- पुरुषों को काला धागा दाएं हाथ और पैर में बांधना शुभ माना जाता है। वहीं, महिलाओं को बाएं हाथ और पैर धारण करना कल्याणकारी होता है।
- काला धागा को धारण करने के लिए मंगलवार या शनिवार का शुभ माना जाता है।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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