Kalashtami 2024: कालाष्टमी पर घर ले आएं शिवजी से जुड़ी ये 3 चीजें, चमक उठेगा सोया हुआ भाग्य
Kalashtami 2024 ज्योतिष शास्त्र में कालाष्टमी तिथि पर विशेष उपाय करने का भी विधान है। इन उपायों को करने से घर में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। साथ ही वास्तु दोष दूर होता है। अगर आप भी अपने जीवन में व्याप्त दुख और संताप को दूर करना चाहते हैं तो कालाष्टमी तिथि पर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kalashtami 2024: कालाष्टमी पर्व देवों के देव महादेव के रौद्र रूप काल भैरव देव को समर्पित होता है। इस दिन काल भैरव देव की पूजा की जाती है। काल भैरव देव की भक्ति करने वाले साधक पर कोई विपत्ति नहीं आती है। साथ ही व्यक्ति के जीवन में व्याप्त सभी दुख और संकट दूर हो जाते हैं। अतः साधक कालाष्टमी तिथि पर श्रद्धा भाव से भगवान शिव की उपासना करते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कालाष्टमी तिथि पर विशेष उपाय करने का भी विधान है। इन उपायों को करने से घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। साथ ही वास्तु दोष दूर होता है। अगर आप भी अपने जीवन में व्याप्त दुख और संताप को दूर करना चाहते हैं, तो कालाष्टमी तिथि पर विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करें। साथ ही इस दिन भगवान शिव से जुड़ी ये 3 चीजें जरूर घर ले आएं।
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डमरू
अगर आप घर में व्याप्त वास्तु दोष को दूर करना चाहते हैं, तो कालाष्टमी तिथि पर डमरू जरूर घर ले आएं। शास्त्रों में निहित है कि घर पर डमरू रखने से सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। साथ ही शिव जी की कृपा से वास्तु दोष दूर होता है। अतः कालाष्टमी पर डमरू जरूर घर लेकर आएं। वहीं, पूजा के बाद घर पर डमरू जरूर बजायें।
त्रिशूल
अगर आप भगवान शिव का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो कालाष्टमी तिथि पर त्रिशूल जरूर लेकर आएं। इसे पूजा स्थल पर रखकर विधि-विधान से पूजा करें। मान्यता है कि घर पर त्रिशूल रखने से नकारात्मक शक्ति दूर होती है। साथ ही सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
चंद्रमा
अगर आप कुंडली में चंद्रमा मजबूत करना चाहते हैं, तो कालाष्टमी तिथि पर चांदी से निर्मित चांद लेकर आएं। अब पूजा स्थल पर चंद्रमा को स्थापित कर विधि-विधान से पूजा करें। इसके पश्चात, चंद्रमा को घर की तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से शुभ कार्यों में सफलता मिलती है। साथ ही माता जी की सेहत अच्छी रहती है। इसके अलावा, अन्न और धन में वृद्धि होती है।
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