Kalashtami 2024: कालाष्टमी पर इन उपाय से काल भैरव होंगे प्रसन्न, कभी नहीं होगी धन की कमी
भगवान शिव का रौद्र स्वरूप काल भैरव को माना गया है। हर महीने कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इस शुभ अवसर पर पूजा-व्रत करने से जातक को शनि और राहु की बाधा से छुटकारा मिलता है। ज्येष्ठ माह में कालाष्टमी 30 मई को मनाई जाएगी। इस दिन किए गए कुछ उपाय बेहद लाभकारी साबित होते हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kalashtami 2024 Shubh Muhurat: कालाष्टमी के व्रत को बेहद कल्याणकारी माना गया है। हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर कालाष्टमी का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि काल भैरव की विधिपूर्वक पूजा करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही काल भैरव प्रसन्न होते हैं। माना जाता है कि कालाष्टमी के दिन कुछ उपायों के द्वारा जीवन की सभी परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं कालाष्टमी के दिन किए जाने वाले उपायों के बारे में।
कालाष्टमी के उपाय (Kalashtami Ke Upay)
- कालाष्टमी के दिन सुबह स्नान करने के बाद भैरव मंदिर जाएं और काल भैरव की पूजा करें। उन्हें चमेली का तेल अर्पित करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं और जातक को सभी तरह के भय मुक्त से मुक्ति मिलती है।
- कालाष्टमी के दिन एक नारियल पर लाल रंग से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। इसके बाद नारियल को काली मिर्च और लौंग के साथ काल भैरव को अर्पित करें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से नौकरी में सफलता प्राप्त होती है।
- अगर आप धन की कमी का सामना कर रहे हैं, तो कालाष्टमी पर काल भैरव की विधिपूर्वक पूजा करें और जलेबी का भोग लगाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से इंसान को धन का लाभ होता है और जीवन में कभी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता।
- इसके अलावा कालाष्टमी पर काल भैरव को मीठी रोटी का भोग लगाएं। इससे नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है।
कालाष्टमी शुभ मुहूर्त (Kalashtami 2024 Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 30 मई को सुबह 10 बजकर 13 मिनट पर होगा। वहीं, इस तिथि का समापन 31 मई को सुबह 08 बजकर 08 मिनट पर होगा। ऐसे में मासिक कालाष्टमी व्रत 30 मई को किया जाएगा। यह भी पढ़ें: Kalashtami 2024: कालाष्टमी पर काल भैरव को इस तरह करें प्रसन्न, मिलेगा मनचाहा वर
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