Kalki Avatar: धर्म की स्थापना के लिए होगा भगवान कल्कि का आगमन, जानिए कब लेंगे अवतार
माना गया है कि जब-जब पाप बढ़ता है तब-तब भगवान उसका नाश करने और पुनः धर्म की स्थापना के लिए अवतार लेते हैं। माना जाता है कि कलयुग के अंत में जब अधर्म और पाप अपने चर्म पर होगा तब प्रभु श्री हरि कल्कि के रूप में अवतार लेंगे। ऐसे में आइए जानते हैं कि भगवान कल्कि कौन हैं और वह कब अवतार लेंगे।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kalki Avatar in Hindi: कल्कि को भगवान विष्णु का दसवां अवतार माना जाता है। साथ ही यह भी माना जाता है कि यह भगवान विष्णु का आखिरी अवतार होगा। ऐसे में चलिए जानते हैं भगवान विष्णु के आखिरी अवतार यानी भगवान कल्कि के विषय में कुछ महत्वपूर्ण बातें।
कहां-कहां मिलता है वर्णन
इसका वर्णन कल्कि पुराण, अग्नि पुराण, ब्रह्मांड पुराण, भविष्योत्तर पुराण और महाकाव्य महाभारत में भी मिलता है। कल्कि पुराण और अग्नि पुराण में यह भविष्यवाणी की गई है कि भगवान विष्णु के 'कल्कि' अवतार कलियुग के अंत में अवतरित होंगे। विष्णु जी के कल्कि अवतार का उद्देश्य पाप का नाश कर सत्य और धर्म की स्थापना करना होगा।
कैसा होगा स्वरूप
अग्नि पुराण के 16 अध्याय में वर्णन मिलता है, कि कल्कि अवतार तीर कमान धारण किए हुए सफेद रंग का घोड़े पर सवार होंगे। उनके घोड़े का नाम देवदत्त होगा। यह अवतार भगवान के भक्त होने के साथ-साथ वेदों और पुराणों के ज्ञाता और एक महान योद्धा भी होंगे। कल्कि भगवान के गुरु, विष्णु के ही अवतार परशुराम जी होंगे।कब और कहां लेंगे अवतार
धार्मिक पुराणों के अनुसार कलयुग लगभग 432,000 वर्षों का है, जिसका अभी प्रथम चरण चल रहा है। ऐसे में कलयुग के अंतिम चरण में भगवान कल्कि अवतरित होंगे। कल्कि पुराण में बताया गया है कि भगवान विष्णु का कल्कि अवतार उत्तर प्रदेश के संभल नामक जिले में होगा। इनका जन्म एक ब्रह्माण परिमार में होगा। इनके पिता का नाम विष्णुयश होगा और माता का नाम सुमति होगा।यह भी पढ़ें - Mahabharat: शकुनि के इशारों पर चलते थे उसके पासे, ऐसे जीता था पांडव के खिलाफ चौसर का खेल
भगवान विष्णु के अन्य अवतार
- पहला अवतार - मत्स्य
- दूसरा अवतार कूर्म
- तीसरा अवतार वराह
- चौथा अवतार - नृसिंह
- पांचवां अवतार - वामन देवता
- छठा अवतार - परशुराम
- सातवा अवतार - प्रभु श्रीराम
- आठवा अवतार - श्रीकृष्ण
- नौवा अवतार - महात्मा बुद्ध
- दसवां अवतार - कल्कि