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Kark Sankranti 2024: कर्क संक्रांति पर करें इन चीजों का दान, बन जाएंगे सारे बिगड़े काम

सनातन धर्म में संक्रांति तिथि का अति विशेष महत्व है। इस दिन बड़ी संख्या में उपासक गंगा समेत अन्य पवित्र नदियों में आस्था की डुबकी लगाते हैं। इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित कर विधि विधान से भगवान भास्कर की पूजा करते हैं। इस दिन पुण्य काल 02 घंटे 18 मिनट का है। महा पुण्य काल सुबह 09 बजकर 11 मिनट से सुबह 11 बजकर 29 मिनट तक है।

By Pravin KumarEdited By: Pravin KumarPublished: Tue, 25 Jun 2024 07:33 PM (IST)Updated: Tue, 25 Jun 2024 07:33 PM (IST)
Kark Sankranti 2024: कब है कर्क संक्रांति ?

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kark Sankranti 2024: ज्योतिषीय गणना के अनुसार, 16 जुलाई को कर्क संक्रांति है। यह पर्व सूर्य देव को समर्पित होता है। इस दिन सूर्य देव राशि परिवर्तित करते हैं। वर्तमान समय में सूर्य देव मिथुन राशि में विराजमान हैं और 16 जुलाई को मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे। सनातन शास्त्रों में सूर्य उपासना का विधान है। सूर्य देव की उपासना करने से साधक को आरोग्यता का वरदान प्राप्त होता है। साथ ही करियर और कारोबार में मन मुताबिक सफलता मिलती है। कुंडली में सूर्य कमजोर होने पर जातक को जीवन में आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। साथ ही पिता जी के संबंध कटु हो जाते हैं। इसके लिए ज्योतिष पिता जी की सेवा और सम्मान करने की सलाह देते हैं। अगर आप भी सूर्य देव की कृपा के भागी बनना चाहते हैं, तो कर्क संक्रांति तिथि पर विधि-विधान से सूर्य देव की पूजा करें। पूजा के समय सूर्य चालीसा का पाठ और सूर्य मंत्र का जप करें। वहीं, पूजा समापन के बाद साधक इन चीजों का दान कर सकते हैं।

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सूर्य राशि परिवर्तन

ज्योतिषियों की मानें तो आत्मा के कारक सूर्य देव 16 जुलाई को मिथुन राशि से निकलकर कर्क राशि में गोचर करेंगे। इस दिन सूर्य देव सुबह 11 बजकर 29 मिनट पर कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। राशि परिवर्तन के दौरान सूर्य देव 19 जुलाई को पुष्य, 2 अगस्त को अश्लेषा और 16 अगस्त को मघा नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। इसी दिन यानी 16 अगस्त को सूर्य देव स्वराशि सिंह में गोचर करेंगे।

इन चीजों का दान करें

  • कर्क संक्रांति तिथि पर सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए भगवान भास्कर की पूजा करने के बाद अपनी आर्थिक स्थिति के अनुसार लाल रंग के वस्त्र का दान करें। इस उपाय को करने से कुंडली में मंगल ग्रह मजबूत होता है।
  • अगर आप सूर्य देव की कृपा पाना चाहते हैं, तो कर्क संक्रांति के दिन गेहूं, गुड़, मूंगफली, चिक्की, शकरकंद आदि चीजों का दान करें। इस उपाय को करने से साधक पर सूर्य देव की असीम कृपा बरसती है। उनकी कृपा से करियर और कारोबार में मन मुताबिक सफलता मिलती है।
  • अगर आप मंगल दोष से पीड़ित हैं, तो कर्क संक्रांति तिथि पर मसूर की दाल, साबुत मिर्च, शहद आदि चीजों का दान करें। इन चीजों का दान करने से कुंडली में मंगल दोष का प्रभाव समाप्त होता है।
  • ज्योतिषियों की मानें तो राम भक्त हनुमान जी के गुरु सूर्य देव हैं। इसके लिए कर्क संक्रांति तिथि पर बल और बुद्धि की प्राप्ति के लिए हनुमान चालीसा का दान मंदिर में करें। आप सूर्य चालीसा का भी दान कर सकते हैं।

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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।


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