Skanda Sashti 2024: स्कंद षष्ठी पर कार्तिकेय जी की इस नियम से करें आरती, धन-वैभव से भर जाएगा घर
स्कंद षष्ठी का व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन भगवान मुरुगन की पूजा के लिए खास होता है। भगवान कार्तिकेय गणेश जी के बड़े भाई और शिव-पार्वती के पुत्र हैं। ऐसा कहा जाता है कि जो लोग इस दिन का उपवास रखते हैं और आराधना करते है उन्हें सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन में खुशियां आती हैं।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। स्कंद षष्ठी का दिन बेहद विशेष माना गया है। यह दिन भगवान कार्तिकेय को समर्पित है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के बड़े पुत्र हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, यह पर्व हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इस महीने यह 09, सितंबर 2024 को मनाया जाएगा। ऐसा कहा जाता है कि इस (Skanda Sashti 2024) व्रत को रखने से सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और शिव परिवार का आशीर्वाद बना रहता है।
वहीं, इस मौके पर ''श्री कार्तिकेय स्तोत्र और आरती'' का पाठ परम कल्याणकारी माना गया है, जो इस प्रकार हैं।
।।श्री कार्तिकेय स्तोत्र।।
योगीश्वरो महासेनः कार्तिकेयोऽग्निनन्दनः।स्कंदः कुमारः सेनानी स्वामी शंकरसंभवः॥
गांगेयस्ताम्रचूडश्च ब्रह्मचारी शिखिध्वजः।
तारकारिरुमापुत्रः क्रोधारिश्च षडाननः॥शब्दब्रह्मसमुद्रश्च सिद्धः सारस्वतो गुहः।सनत्कुमारो भगवान् भोगमोक्षफलप्रदः॥शरजन्मा गणाधीशः पूर्वजो मुक्तिमार्गकृत्।सर्वागमप्रणेता च वांछितार्थप्रदर्शनः ॥अष्टाविंशतिनामानि मदीयानीति यः पठेत्।प्रत्यूषं श्रद्धया युक्तो मूको वाचस्पतिर्भवेत् ॥महामंत्रमयानीति मम नामानुकीर्तनात्।महाप्रज्ञामवाप्नोति नात्र कार्या विचारणा ॥