Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Skanda Sashti 2024: स्कंद षष्ठी पर भगवान कार्तिकेय को ऐसे करें प्रसन्न, धन-वैभव से भरा रहेगा घर

स्कंद षष्ठी का व्रत बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। यह दिन भगवान मुरुगन की पूजा के लिए विशेष होता है। भगवान कार्तिकेय गणेश जी के बड़े भाई और शिव-पार्वती के पुत्र हैं। ऐसा माना जाता है कि जो जातक इस दिन का व्रत रखते हैं और आराधना करते है उन्हें सुख-शांति का आशीर्वाद प्राप्त होता है। साथ ही जीवन में शुभता आती है।

By Vaishnavi Dwivedi Edited By: Vaishnavi Dwivedi Updated: Sat, 10 Aug 2024 08:53 AM (IST)
Hero Image
Skanda Sashti 2024: श्री कार्तिकेय स्तोत्र का पाठ -

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। स्कंद षष्ठी का दिन बेहद शुभ माना जाता है। यह दिन कार्तिकेय जी को समर्पित है, जो भगवान शिव और माता पार्वती के बड़े पुत्र हैं। स्कंद षष्ठी हर महीने शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाई जाती है। इस महीने यह 10 अगस्त, 2024 को मनाई जाएगी। ऐसी मान्यता है कि इस दिन (Skanda Sashti 2024) का व्रत करने से जीवन की समस्त बाधाओं का अंत होता है।

साथ ही जीवन में खुशहाली आती है। इसके अलावा इस मौके पर ''श्री कार्तिकेय स्तोत्र'' का पाठ परम कल्याणकारी माना गया है, जो इस प्रकार है।

।।श्री कार्तिकेय स्तोत्र।।

योगीश्वरो महासेनः कार्तिकेयोऽग्निनन्दनः।

स्कंदः कुमारः सेनानी स्वामी शंकरसंभवः॥

गांगेयस्ताम्रचूडश्च ब्रह्मचारी शिखिध्वजः।

तारकारिरुमापुत्रः क्रोधारिश्च षडाननः॥

शब्दब्रह्मसमुद्रश्च सिद्धः सारस्वतो गुहः।

सनत्कुमारो भगवान् भोगमोक्षफलप्रदः॥

शरजन्मा गणाधीशः पूर्वजो मुक्तिमार्गकृत्।

सर्वागमप्रणेता च वांछितार्थप्रदर्शनः ॥

अष्टाविंशतिनामानि मदीयानीति यः पठेत्।

प्रत्यूषं श्रद्धया युक्तो मूको वाचस्पतिर्भवेत् ॥

महामंत्रमयानीति मम नामानुकीर्तनात्।

महाप्रज्ञामवाप्नोति नात्र कार्या विचारणा ॥

।।भगवान कार्तिकेय की आरती।।

जय जय आरती वेणु गोपाला

वेणु गोपाला वेणु लोला

पाप विदुरा नवनीत चोरा

जय जय आरती वेंकटरमणा

वेंकटरमणा संकटहरणा

सीता राम राधे श्याम

जय जय आरती गौरी मनोहर

गौरी मनोहर भवानी शंकर

सदाशिव उमा महेश्वर

जय जय आरती राज राजेश्वरि

राज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि

महा सरस्वती महा लक्ष्मी

महा काली महा लक्ष्मी

जय जय आरती आन्जनेय

आन्जनेय हनुमन्ता

जय जय आरति दत्तात्रेय

दत्तात्रेय त्रिमुर्ति अवतार

जय जय आरती सिद्धि विनायक

सिद्धि विनायक श्री गणेश

जय जय आरती सुब्रह्मण्य

सुब्रह्मण्य कार्तिकेय

यह भी पढ़ें: Shani Dev Puja: भगवान शनि की पूजा के समय करें यह कार्य, चमक जाएगी किस्मत

अस्वीकरण: ''इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है''।