Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा की ये है बेहद सरल पूजा विधि, अभी नोट करें शुभ मुहूर्त
हर माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि के अगले दिन पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है। यह तिथि भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए शुभ मानी जाती है। धार्मिक मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन पवित्र नदी में स्नान और उपासना करने से जातक के सभी संकट दूर होते हैं। इस बार कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 15 नवंबर को मनाया जाएगा।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर महीने में पूर्णिमा का पर्व मनाया जाता है। इस शुभ अवसर पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी के साथ चंद्र देव की पूजा-अर्चना करने का विधान है। इस दिन दान करने का भी विशेष महत्व है। धार्मिक मान्यता है कि इन कार्यों को करने से जातक का जीवन खुशहाल होता है और सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। आइए जानते हैं कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2024) का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में।
कार्तिक पूर्णिमा 2024 डेट और टाइम (Kartik Purnima 2024 Date and Time)
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 15 नवंबर को सुबह 06 बजकर 19 मिनट पर होगी। वहीं, इस तिथि का समापन अगले दिन यानी 16 नवंबर को देर रात्रि को 02 बजकर 58 मिनट पर होगा। ऐसे में कार्तिक पूर्णिमा का पर्व 15 नवंबर (Sharad Purnima 2024 Date) को मनाया जाएगा।
ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 58 मिनट से 05 बजकर 51 मिनट तक
विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 53 मिनट से 02 बजकर 36 मिनट तकगोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 27 मिनट से 05 बजकर 54 मिनट तक
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कार्तिक पूर्णिमा पूजा विधि (Kartik Purnima Puja Vidhi)
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठें।
- घर की साफ-सफाई करें और सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें।
- भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें।
- व्रत का संकल्प लें।
- भगवान विष्णु जी को गंध, पुष्प, फल, फूल और वस्त्र अर्पित करें।
- देसी घी का दीपक जलाकर आरती करें और विष्णु जी के मंत्रों का जप करें।
- फल और मिठाई समेत चीजों का भोग लगाएं।
- व्रत कथा का पाठ करें।
- गरीब लोगों में दान करना शुभ माना जाता है।