Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Karwa Chauth 2023: करवा चौथ पर पूजा करते समय इन नियमों का करें पालन, जानें महत्व-मंत्र और आरती

Karwa Chauth 2023 करवा चौथ पति-पत्नी के बीच बंधन का खास उत्सव है। इस दिन महिलाएं अपने पति के प्रति अपना प्यार और समर्पण जाहिर करती हैं। यह भी माना जाता है कि यह व्रत परिवार में सौभाग्य और समृद्धि लाता है। चंद्रोदय के बाद महिलाएं चंद्रमा को जल और मिठाई से अर्घ्य देती हैं और फिर अपना व्रत तोड़ती हैं।

By Vaishnavi DwivediEdited By: Vaishnavi DwivediUpdated: Fri, 27 Oct 2023 10:02 AM (IST)
Hero Image
Karwa Chauth 2023

नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Karwa Chauth 2023: हिंदू धर्म में सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ व्रत बेहद खास होता है। यह व्रत हर साल कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस उपवास को रखने से महिलाओं को सदैव सुहागिन होने का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह व्रत सूर्योदय के साथ प्रारंभ होता है और चंद्रोदय के साथ समाप्त होता है।

इन नियमों का करें पालन

  • पूजा स्थान को साफ करें और सजाएं।
  • पूजा स्थान में भगवान शिव, पार्वती और गणेश की प्रतिमा स्थापित करें।
  • पूजा स्थान पर दीया जलाएं।
  • देवताओं को जल, फूल और फल अर्पित करें।
  • करवा चौथ कथा का जाप करें।
  • देवी-देवताओं की आरती करें।
  • देवताओं को सिन्दूर और कुमकुम चढ़ाएं।
  • अपने पति की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए प्रार्थना करें।

अर्घ्य देते समय इस मंत्र से करें प्रार्थना

नमस्त्यै शिवायै शर्वाण्यै सौभाग्यं संतति शुभा। प्रयच्छ भक्तियुक्तानां नारीणां हरवल्लभे

भगवान चंद्रमा वैदिक मंत्र

ॐ इमं देवा असपत्न सुवध्वं महते क्षत्राय महते

ज्यैष्ठयाय महते जानराज्यायेनद्रस्येन्द्रियाय।

इमममुष्य पुत्रममुष्यै पुत्रमस्यै विश

एष वोमी राजा सोमोस्मांक ब्राह्मणाना राजा।।

यह भी पढ़ें : Karwa Chauth 2023: इस विशेष मुहूर्त पर करें करवा चौथ की पूजा, यहां जानें जानें शुभ समय और पूजा विधि

करवा चौथ महत्व

करवा चौथ पति-पत्नी के बीच बंधन का खास उत्सव है। इस दिन महिलाएं अपने पति के प्रति अपना प्यार और समर्पण जाहिर करती हैं। यह भी माना जाता है कि यह व्रत परिवार में सौभाग्य और समृद्धि लाता है। चंद्रोदय के बाद महिलाएं चंद्रमा को जल और मिठाई से अर्घ्य देती हैं और फिर अपना व्रत तोड़ती हैं।

वे आमतौर पर अपनी सास द्वारा बनाया गया खाना खाती हैं। करवा चौथ उत्तर भारत में एक लोकप्रिय त्योहार है और दुनिया के अन्य हिस्सों में हिंदू महिलाओं द्वारा मनाया जाता है।

करवा चौथ आरती

ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।

जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।। ओम जय करवा मैया।

सब जग की हो माता, तुम हो रुद्राणी।

यश तुम्हारा गावत, जग के सब प्राणी।।

कार्तिक कृष्ण चतुर्थी, जो नारी व्रत करती।

दीर्घायु पति होवे , दुख सारे हरती।।

ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।

जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।

होए सुहागिन नारी, सुख संपत्ति पावे।

गणपति जी बड़े दयालु, विघ्न सभी नाशे।।

ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।

जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।

करवा मैया की आरती, व्रत कर जो गावे।

व्रत हो जाता पूरन, सब विधि सुख पावे।।

ओम जय करवा मैया, माता जय करवा मैया।

जो व्रत करे तुम्हारा, पार करो नइया।।

डिसक्लेमर: इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।