Karwa Chauth 2023: करवा चौथ की पूजा में करवे में रख सकते हैं ये चीजें, जानिए व्रत के बाद इनका क्या करें
Karwa Chauth 2023 करवा चौथ का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत सुहागिन महिलाओं द्वारा सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाता है। इसे एक कठिन व्रत भी माना जाता है क्योंकि यह व्रत निर्जला रखने का विधान है। साथ ही इस दिन करवा रखने का भी विशेष महत्व है। आइए जानते हैं कि करवा चौथ की पूजा में करवे में क्या-क्या सामग्री रखनी चाहिए।
By Suman SainiEdited By: Suman SainiUpdated: Tue, 31 Oct 2023 10:25 AM (IST)
नई दिल्ली, अध्यात्म डेस्क। Karwa Chauth Vrat 2023: हर साल कार्तिक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का व्रत किया जाता है। इस साल करवा चौथ का व्रत 01 नवंबर, बुधवार के दिन रखा जाएगा। इस दिन पूजा के दौरान करवे का विशेष रूप से इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं करवा चौथ पर करवे से जुड़े नियम साथ ही यह भी जानते हैं कि पूजा के बाद इस करवे का क्या करना चाहिए।
करवे में रखें ये चीजें
करवा का अर्थ है मिट्टी से बना कलश। कई लोग अपना मान्यताओं के अनुसार करवा चौथ के दिन करवा में अलग-अलग चीजें भरकर रखते हैं। कुछ लोग करवा में गेहूं भरकर रखते हैं तो वहीं, कुछ लोग इसमें चावल या खील भी भरकर रखते हैं। कई स्थानों पर पर करवा में दूध भरकर भी रखा जाता है साथ ही तांबे या चांदी का सिक्के डाले जाते हैं।
साथ ही साथ करवा के ढक्कन में शक्कर आदि भरा जाता है। करवा चौथ की पूजा के दौरान हाथ में गेहूं या चावल के दाने लेकर करवा चौथ की कथा सुनी जाती है। इसके बाद करवा पर हाथ घुमाकर महिलाएं अपनी सास को करवा देती हैं और उनके पैर छूकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करती हैं।
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पूजा के बाद करवे का क्या करें
मान्यताओं के अनुसार इस करवा में करवा माता का वास माना गया है। इसलिए इसे नहीं फेंकना चाहिए, बल्कि पूजा के बाद इसे साफ करके अगले करवा चौथ पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आप ऐसा नहीं करना चाहते तो इसे किसी पेड़ के नीचे रख दें या फिर बहते पानी में प्रवाहित भी कर सकते हैं। अगर आप चाहें तो आप करवे पर कलावा बांध कर किसी साफ सुंदर जगह पर रख सकते हैं।डिसक्लेमर: 'इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।'