Move to Jagran APP

Kati Bihu 2022: आज धूम-धाम से मनाया जा रहा है काटी बिहू पर्व, जानें इस त्यौहार का महत्व

Kati Bihu 2022 असम का प्रमुख काटी बिहू पर्व बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है। बता दें कि साल में तीन बिहू पर्व मनाएं जाते हैं। अक्टूबर मास में काटी बिहू पर्व मनाया जाता है। आइए जानते हैं क्या इस पर्व का महत्व।

By Shantanoo MishraEdited By: Updated: Tue, 18 Oct 2022 11:58 AM (IST)
Hero Image
Kati Bihu 2022: काटी बिहू पर्व में की जाती है माता लक्ष्मी की पूजा।
नई दिल्ली, डिजिटल डेस्क | Kati Bihu 2022: असम प्रदेश में बिहू पर्व को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। आज यानि 18 अक्टूबर 2022 (Kati Bihu 2022 Date) के दिन यहां काटी बिहू पर्व मनाया जा रहा है। असमिया कैलेंडर के अनुसार यह पर्व काटी मास में मनाया जाता है। इस पर्व को कंगोली बिहू के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं क्या है इस त्योहार का महत्व और किस तरह मनाया जाता है यह पर्व

काटी बिहू पर्व का महत्व (Kati Bihu 2022 Importance)

बता दें कि असम में तीन बार बिहू पर्व मनाया जाता है। भोगाली या माघ बिहू जो जनवरी महीने में मनाया जाता है। इसके बाद रोंगाली या बोहाग बिहू अप्रैल मास में और अंत में कोंगाली या काटी बिहू अक्टूबर महीने में मनाया जाता है।

अक्टूबर महीने में मनाया जाने वाले कोंगाली बिहू के पीछे यह कारण है कि रोंगाली बिहू के समय यहां खेतों में अनाज का उत्पादन किया जाता है। काटी बिहू पर्व तक गोदामों में अनाज खत्म होने लगता है और अन्न के आभाव की स्थिति पैदा हो जाती है। ऐसे में कोंगाली यानि गरीबी को दूर करने के लिए और माघ बिहू के समय तक अच्छा पैदावार हो इसकी कामना करते हुए यह पर्व मनाया जाता है।

रात के समय की जाती है तुलसी और माता लक्ष्मी की पूजा

काटी बिहू के दिन लोग खासकर किसान अपने खेतों को देखने के लिए जाते हैं। रात के समय तुलसी की पूजा की जाती है और खेत, बगीचा व तुलसी के सामने दीपक जलाया जाता है। इस दिन धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है और उनसे अच्छी फसल की कामना की जाती है।

डिसक्लेमर- इस लेख में निहित किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है, इसके उपयोगकर्ता इसे महज सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त, इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।